धान में है खरपतवार की समस्या तो अपनाएं ये तरीका, चुटकियों में होगी दूर!


शशांक शेखर/जहानाबाद: बिहार में धान रोपनी का कार्य संपन्न हो चुका है. आकड़ों के अनुसार जहानाबाद में 45 हजार हेक्टेयर में धान की खेती हो रही है. धान की खेती में कीट और खरपतवार की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे किसान परेशान हो जाते हैं. कीट और खरपतवार की समस्या से कैसे निपटा जाए. इसे लेकर लोकल 18 की टीम ने कृषि विज्ञान केंद्र, गंधार के फसल वैज्ञानिक डॉक्टर मनोज कुमार से बातचीत की.

खरपतवार की समस्या से मिलेगी निजात
फसल वैज्ञानिक ने बताया कि धान में अभी खरपतवार ज्यादा मिल रहा है. चुकी धान से जब निकौनी की जाती है तो कट्ठा दो कट्ठा करते करते किसान थक जाते हैं. ऐसी परिस्थिति में किसान धान की रोपनी के समय ही पटवा जरूर दें. पाटा पड़ने से खरपतवार कम होता है. इससे अवायवीय स्थिति उत्पन्न होती है. यदि आपके खेत में खरपतवार है ऐसी स्थिति में आप दवा का दो मॉलिक्यूल एक बिस्पाइरिबैक-सोडियम और दूसरा पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एक एकड़ में दे सकते है.

उन्होंने बताया कि एक एकड़ की खेती में 80 ग्राम पायराज़ोसल्फ्यूरॉन और बिस्पाइरिबैक-सोडियम का 100 मिलीलीटर लेना है. दोनों दवाओं को घोलकर 12 या 13 टंकी में मिलकर खेतों में छिड़काव करना है, जिससे खरपतवार नष्ट हो जाएंगे.

खैरा बीमारी से इस तरह धान को बचाएं
फसल वैज्ञानिक ने बताया कि जिले में जिंक सल्फेट की घोर कमी है. धान की खेती में जिंक न देने के चलते खैरा बीमारी हो रही है. इस बीमारी का लक्षण पत्ते के ऊपर में लोहे के जंग जैसा लग जाता है. जगह जगह पर चतरा लग जाता है. इससे पौधा धसते चला जाता है. ऐसे में किसान को तत्काल जिंक सल्फेट का खेतों में इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे धान को इस बीमारी से बचाया जा सके. जिंक सल्फेट 21 प्रतिशत 10 किग्रा प्रति एकड़ की दर से आप खेतों में छिड़काव कर सकते हैं. अगर ये नहीं तो फिर जिंक सल्फेट 33 प्रतिशत 6 किग्रा प्रति एकड़ की दर से दे सकते हैं. जिंक सल्फेट का छिड़काव करते वक्त एक बात याद रखनी है. कभी रसायनिक उर्वरक के साथ जिंक मिलाकर नहीं देना है.

धान में कीड़े लगने की स्थिति में क्या करें?
वे बताते हैं कि कुछ दिनों के बाद कीड़े मकोड़े का भी प्रकोप धान की खेती में शुरू हो जाएगा. ऐसी स्थिति में किसान भाई तुरंत डैमेज पौधा का नमूना लेकर कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचे और संबंधित वैज्ञानिक से दिखलाएं ताकि उस रोग का उपचार तुरंत हो सके.

Tags: Bihar News, Local18



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