नक्काशी के उस्ताद हैं ये शिल्पगुरु, अब तक हजारों लोगों को बना चुके आत्मनिर्भर, पद्मश्री से हैं सम्मानित
Agency:News18 Uttar Pradesh
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Padmashree Dilshad Hussain: पीतल के उत्पादों में नक्काशी के उस्ताद माने जाने वाले शिल्पगुरु दिलाशाद हुसैन को पद्म श्री अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. वह अब तक इस कला को हजारों लोगों को निशुल्क सिखा चुके हैं. जिससे…और पढ़ें
शिल्पगुरु दिलाशाद हुसैन.
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: यूपी का मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां के पीतल के उत्पादन देश-विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. तो वहीं इन पीतल के उत्पादों पर चार चांद लगाने का काम करते हैं यहां के शिल्पगुरु, वो अपनी सुंदर-सुंदर नक्काशी से इन्हें और ज्यादा खूबसूरत आकर्षित बनाते हैं. यही वजह है कि यहां के उत्पादन देश विदेश में काफी पसंद किए जाते हैं. वहीं पीतल के इन शिल्पगुरु में शिल्पगुरु दिलशाद हुसैन को पद्म श्री अवार्ड से नवाजा जा चुका है. इसके साथ ही दिलशाद हुसैन ने अपने शुरुआती करियर से लेकर अब तक हजारों की संख्या में शहर के लोगों समेत अन्य शहर के लोगों को भी आत्मनिर्भर बना दिया है.
दूर-दराज के लोगों को सिखाते हैं नक्काशी
पदमश्री अवार्ड से सम्मानित दिलशाद हुसैन ने बताया कि मैं मिर्जापुर भी गया हूं. वहां मैंने लोगों को नक्काशी सिखाई थी. उन्होंने मुझे कई बार बुलाया था और मुझे उन्होंने इसलिए बुलाया कि उन्हें मुरादाबाद की कला और फिनिशिंग बहुत पसंद आई. क्योंकि वहां की फिनिशिंग इतनी अच्छी नहीं है. जिसको देखते हुए मुझे उन्होंने मुरादाबाद की फिनिशिंग और कला को सीखने बुलाया. उन्होंने कहा कि जैसे वहां का गिलास है. हम अपने गिलास की तुलना करेंगे, तो उनके गिलास हमारे एक गिलास के ऊपर तीन गिलास ग्लास बराबर बैठेंगे. फिर मैंने उन्हें टिप्स दिए कि इसे हल्का भी कर सकते हैं. जिससे यह सस्ता भी पड़ जाएगा और मार्केट में इसकी अच्छी वैल्यू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु, मिर्जापुर, बंगाल, अयोध्या, बनारस, मथुरा सहित सभी जगह से मेरे पास लोग नक्काशी सीखने के लिए आते हैं और यह नक्काशी मैं बिल्कुल मुफ्त में सिखाता हूं.
Moradabad Pahari,South West Delhi,Delhi
January 22, 2025, 12:38 IST