नामांकन के लिए पीएम मोदी ने क्यों चुना 14 मई का दिन? काशी के विद्वानों ने बताई वजह


वाराणसी: वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha Election) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) ने मंगलवार को तीसरी बार अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है. इससे पहले पीएम मोदी ने जीत की कामना लेकर वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पहुंचे. जहां पूरे विधि विधान से गंगा मैया का पूजन अर्चन किया. वाराणसी में रहने वाले दक्षिण भारत के विद्वानों ने यह पूजा कराई है. इसके बाद उन्होंने काशी के कोतवाल से नामांकन भरने का आदेश भी लिया. बता दें कि आज का दिन इसलिए भी बेहद खास है. क्योंकि, आज गंगा मैया की उत्पत्ति दिवस यानी गंगा सप्तमी है. इस बार गंगा सप्तमी पर पुष्य नक्षत्र का अद्भुत संयोग भी है.

ऐसे में काशी के विद्वान यह भविष्यवाणी कर रहे है कि यह शुभ संयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीत का मार्ग प्रशस्त करेगी. काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है. मंगलवार और गंगा सप्तमी का दिन होने के कारण इस दिन की महत्ता और भी बढ़ जाती है. ऐसे में इस दिन गंगा सप्तमी, नक्षत्र राज योग का अद्भुत संयोग है जो निश्चित है इनके राजसत्ता का मार्ग खोलेगी.

गंगा मैया ने बुलाया है…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में जब पहली बार वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था. तब उन्होंने कहा था कि ‘उन्हें तो मां गंगा ने बुलाया है’ और अब पीएम मोदी अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन सीधे गंगा मैया के पास पहुंचे. उनका पूजा अर्चना कर उनसे जीत का आशीर्वाद मांगा.

एनडीए के नेताओ का जमावड़ा
वाराणसी में पीएम के नामांकन के दौरान एनडीए के नेताओं का जमावड़ा भी काशी में लगा रहा. गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समेत कई केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता इस दौरान वाराणसी में उपस्थित रहे.

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