नोट कर लो इन दो राशियों के नाम, गुरु के वक्री होने से बदलने वाली है इनकी किस्मत!


ओम प्रयास /हरिद्वार: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में कुल नौ ग्रह होते हैं, जो अपना अच्छा और बुरा प्रभाव व्यक्ति पर डालते हैं. ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति को सुख, समृद्धि, सौभाग्य धन का कारक माना जाता है. हिंदू धर्म में गुरु ग्रह को सबसे मजबूत और शक्तिशाली ग्रह बताया गया है. अगर किसी जातक की कुंडली में गुरु बृहस्पति ग्रह केंद्र में विराजमान है या मजबूत स्थान पर बैठे हुए हैं, तो अन्य ग्रह का व्यक्ति पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु ग्रह जल्दी वक्री होकर कुछ राशियों पर अपना अच्छा प्रभाव डालेंगे, जिससे जातकों के जीवन में बहुत से अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे.

पंचांग के अनुसार, इस समय गुरु ग्रह वृषभ राशि में विराजमान होकर गोचर कर रहे है. ज्योतिष गणना के अनुसार, 9 अक्टूबर को गुरु ग्रह वृषभ राशि में वक्री होंगे और 5 फरवरी 2025 तक वृष राशि में गोचर करते रहेंगे. वृष राशि में गुरु बृहस्पति ग्रह के वक्री होने से कुछ राशियों पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा, जिससे उन्हें अपार धन, संपत्ति, सुख, वैभव और करियर में पदोन्नति मिलेगी. सभी नौ ग्रह में गुरु ग्रह सबसे अधिक शुभ फल प्रदान करते हैं.

गुरु ग्रह वक्री होकर किन-किन राशियों पर अपना अच्छा और प्रभाव डालेंगे, इसकी जानकारी देते हुए हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित शशांक शेखर शर्मा ने लोकल 18 को बताया की 9 अक्टूबर से 5 फरवरी 2025 तक गुरु ग्रह वृष राशि में उल्टी चाल चलेंगे.

मिथुन राशि
गुरु बृहस्पति ग्रह वृषभ राशि में 9 अक्टूबर को उल्टी चाल चलना प्रारंभ करेंगे. मिथुन राशि द्वादश स्थान पर है जिस कारण राशि के जातकों को इस दौरान करियर में पदोन्नति और विदेश जाने का योग बना हुआ है. सप्तमेश होने के कारण गुरु ग्रह मिथुन राशि के जातकों को अपने बिजनेस या विवाह संबंधी कार्यों में लाभ प्रदान करेंगे.

कर्क राशि
गुरु बृहस्पति ग्रह का गोचर वृषभ राशि में है और गुरु बृहस्पति का वृष राशि में 9 अक्टूबर से वक्री होना कर्क राशि से लाभ स्थान पर है. इस दौरान कर्क राशि के जातकों को आकस्मिक धन लाभ होने का योग बन रहा है. ज्योतिषी पंडित शशांक शेखर शर्मा बताते हैं कि इस दौरान गुरु बृहस्पति कर्क राशि के जातकों के रुके हुए धन संबंधी सभी कार्य पूरे कराएंगे जिससे कर्क राशि के जातकों को आकस्मिक धन प्राप्त होता है. गुरु बृहस्पति का वर्ष राशि में वक्री होना कर्क राशि के जातकों के लिए सबसे अधिक शुभ और फलदायक रहेगा.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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