पारंपरिक शिक्षा से अलग कुछ करना ही सफलता की कुंजी हैः दीपू पांडे
नई दिल्ली. तेजी से बदलते परिवेश में शिक्षा का भी रूप बदल गया है. अब डिजिटल दुनिया की दौर है और इसके बिना सभी कुछ अधूरा है. यूआई, वीएफएक्स और ग्राफिक डिजाइन का तेजी से चलन बढ़ा है. इसी से रोजगार के भी कई अवसर बने हैं. ये कहना है कि डाइस मीडिया के संस्थापक दीपू पांडे का. उन्होंने बताया कि इन पाठ्यक्रमों के छात्र फ्रीलांसिंग में भी अच्छी कमाई कर रहे हैं. डाइस मीडिया समय की इन जरूरतों को समझते हुए स्किल बेस्ड पाठ्यक्रम से छात्रों को प्रशिक्षित कर रही है.
दीपू पांडे यूआई और यूएक्स के एनालिस्ट हैं और पिछले 12 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि छात्रों को डिजिटल वर्ल्ड की आधुनिक स्किल से जोड़ने, एवं उन्हें भविष्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही उनके अंदर एक नई प्रतिभा का विकास करने हेतु संस्थान निरंतर प्रयासरत है.
उन्होंने कहा कि आज के दौर में डिजिटल मीडिया ना केवल अपनी बातों को रखने का सबसे आसान और सुलभ माध्यम है बल्कि यह प्रचार प्रसार करने का एक महत्वपूर्ण जरिया भी बन गया है. राजनीतिक दल, प्राइवेट कंपनियां और सरकारी संस्थान सभी डिजिटल मीडिया का उपयोग सक्रियता से कर रहे हैं. एक ही स्थान से दुनिया के हर कोने तक पहुंच बनाने का यह सशक्त माध्यम है.
दीपू पांडे का मानना है कि इससे बच्चे पारंपरिक शिक्षा की जगह स्किल्ड कोर्सेज में ना केवल अपनी दिलचस्पी बढ़ा रहे हैं, बल्कि इन कोर्सेज में ट्रेंड होकर अपना कौशल विकास कर अपने कैरियर बना रहे हैं. आज डाइस अकेडमी हजारों बच्चों को ग्राफिक डिजाइन कोर्सेज, वेब डिजाइन कोर्सेज, एडवांस्ड वेब डेवेलपमेंट कोर्सेज, डिजिटल मार्केटिंग कोर्स, फुल स्टैक इत्यादि कोर्सेज में प्रशिक्षित कर रहा है.
.
FIRST PUBLISHED : January 23, 2023, 02:13 IST