पुलिस की वर्दी में रस्सी क्यों लगी होती है? इसका मतलब नहीं जानते होंगे आप 



<p style="text-align: justify;">पुलिस और आर्मी जवानों की वर्दी देख हर कोई रोमांचित हो उठता है. उनकी वर्दी न केवल हमें देशसेवा की याद दिलाती है बल्कि जीवन में अनुशासन का भी अनुभव कराती है. आपने देखा होगा कि पुलिस और आर्मी जवानों की वर्दी में कई चीजें ऐसी होती हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर नहीं किया जाता है. जैसे आपने पुलिस या आर्मी पर्सनल की यूनिफॉर्म में एक रस्सीनुमा चीज तो देखी ही होगी. क्या आप जानते हैं कि इस रस्सीनुमा चीज का उपयोग यूनिफॉर्म में क्यों किया जाता है? और इसका मतलब क्या होता है? चलिए हम आपको बताते हैं…</p>
<p style="text-align: justify;">अगर आप इसे रस्सी समझने की कोशिश कर रहे हैं, तो आप गलत हैं. दरअसल, यह रस्सी नहीं है. इसे लैनयार्ड के नाम से जाता है. लैनयार्ड किसी सैन्य अधिकारी या पुलिसकर्मी की सेवा या रैंक के आधार पर अलग-अलग रंग और आकार में होते हैं. महाराष्ट्र पुलिस की बात करें तो कांस्टेबल से लेकर डीसीपी रैंक तक सभी राज्य पुलिस सेवा अधिकारियों के लिए लैंनयार्ड खाकी रंग का होता है. वहीं, IPS अधिकारियों व राज्य रिजर्व पुलिस बल के कांस्टेबल नेवी ब्लू रंग का लैनयार्ड पहनते हैं.&nbsp;&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कैसे होता है इस्तेमाल </strong></p>
<p style="text-align: justify;">आपने ट्रैफिक पुलिस तो देखी ही होगी, उनके पास सीटी होती है. इस सीटी को रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस लैनयार्ड का इस्तेमाल करती है. सीटी के लिए इसे बाईं ओर पहना जाता है और इसे आम तौर पर शर्ट के बाईं जेब में रखा जाता है. बाएं कंधे पर लगी रस्सी को सीटी कॉर्ड कहते हैं. हालांकि, कुछ अधिकारी सरकारी पिस्तौल भी साथ रखते हैं. पिस्तौल की सुरक्षा के लिए भी लैनयार्ड का इस्तेमाल होता है और इसे दाईं पहना जाता है. ताकि कोई पिस्तौल छिना न सके.&nbsp; यानी पुलिस की वर्दी से लैनयार्ड को इसलिए जोड़ा गया ताकि वे जरूरत पड़ने पर उसका अपनी आवश्यकता अनुसार उपयोग कर सकें.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>लेनयार्ड से क्यों जुड़ी होती है सीटी?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">आपने ट्रैफिक पुलिस के अलावा भी अन्य पुलिसकर्मियों के पास लैनयार्ड से जुड़ी सीटी देखी होगी. कभी आपने गौर किया है कि इस लेनयार्ड से एक सीटी बंधी होती है. दरअसल, इसे पुलिस की वर्दी से इसलिए जोड़ा गया ताकि इमरजेंसी के समय पुलिसकर्मी सीटी बजाकर लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल कर सकें. इसके अलावा अन्य पुलिस कर्मियों को भी अलर्ट होने का संकेत दे सकें. ट्रैफिक कंट्रोल करते समय आपने सीटी बजाते पुलिस कर्मियों को तो देखा ही होगा.&nbsp;</p>
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