फाइटर प्लेन को दिल्ली से कश्मीर पहुंचने में कितनी देर लगेगी? जान लीजिए जवाब



<p class="p1" style="text-align: justify;">फाइटर प्लेन आम प्लेन की तुलना में काफी तेज होता है<span class="s1">. </span>इसे जंग में इस्तेमाल किया जाता है<span class="s1">. </span>ऐसे में सवाल ये उठता है कि आम प्लेन की तुलना में फाइटर प्लेन का दिल्ली से कश्मीर पहुंचने में कितना समय लगेगा<span class="s1">? </span>चलिए आज हम इस सवाल का जवाब जानते हैं<span class="s1">.</span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="हिटलर ने एक यहूदी वेश्या की वजह से मचाया था कत्लेआम? जानें क्या है तानाशाह की ये कहानी" href="https://www.abplive.com/gk/did-hitler-cause-a-massacre-because-of-a-jewish-prostitute-know-what-is-the-story-of-this-dictator-2816604" target="_self">हिटलर ने एक यहूदी वेश्या की वजह से मचाया था कत्लेआम? जानें क्या है तानाशाह की ये कहानी</a></strong></span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>फाइटर प्लेन को क्या चीजें प्रभावित करेंगी<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">दिल्ली से कश्मीर की दूरी लगभग<span class="s1"> 800 </span>किलोमीटर है. ऐसे में यह दूरी उड़ान के समय को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारण है. वहीं फाइटर प्लेन की गति को देखें तो फाइटर प्लेन की गति अलग<span class="s1">-</span>अलग होती है<span class="s1">. </span>कुछ फाइटर प्लेन<span class="s1"> 2,000 </span>किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से उड़ सकते हैं<span class="s1">. </span>इसके अलावा हवा की दिशा और गति भी उड़ान के समय को प्रभावित करती है<span class="s1">. </span></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">यदि हवा प्लेन की दिशा में चल रही है तो उड़ान का समय कम होगा और यदि हवा प्लेन के विपरीत दिशा में चल रही है तो उड़ान का समय अधिक होगा<span class="s1">. </span>इसके अलावा प्लेन में ईंधन का भार भी उड़ान के समय को प्रभावित करता है<span class="s1">. </span>ज्यादा ईंधन के साथ प्लेन ज्यादा दूर तक उड़ सकता है लेकिन इसकी गति कम हो सकती है<span class="s1">. </span>इसके अलावा मौसम का भी प्लेन पर खास असर होता है<span class="s1">.</span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="World Tsunami Awareness Day: सुनामी ने कई साल पहले मचाई थी सबसे बड़ी तबाही, 90 हजार लोगों की एक झटके में हुई थी मौत" href="https://www.abplive.com/gk/1975-tsunami-portugal-caused-the-biggest-devastation-many-years-ago-2816570" target="_self">World Tsunami Awareness Day: सुनामी ने कई साल पहले मचाई थी सबसे बड़ी तबाही, 90 हजार लोगों की एक झटके में हुई थी मौत</a></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;"><strong>कितनी देरी में दिल्ली से कश्मीर पहुंचेगा प्लेन<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1" style="text-align: justify;">ऊपर बताए गए कारणों को ध्यान में रखते हुए<span class="s1">, </span>हम कह सकते हैं कि एक फाइटर प्लेन दिल्ली से कश्मीर तक लगभग<span class="s1"> 30 </span>से<span class="s1"> 45 </span>मिनट में पहुंच सकता है<span class="s1">. </span>ये तब संभव है जब प्लेन सही दिशा में चले और उसमें कोई खराबी नहीं आए<span class="s1">.</span></p>
<p class="p1"><strong>आम प्लेन से कितना अलग होता है फाइटर प्लेन<span class="s1">?</span></strong></p>
<p class="p1">फाइटर प्लेन और आम प्लेन<span class="s1">, </span>दोनों ही हवाई जहाज हैं लेकिन इनके डिजाइन<span class="s1">, </span>ताकत में काफी अंतर होता है<span class="s1">. </span>फाइटर प्लेन को युद्ध के लिए डिजाइन किया जाता है जबकि आम प्लेन यात्रियों और सामानों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए उपयोग किए जाते हैं<span class="s1">. आम प्लेन की तुलना में फाइटर प्लेन काफी अलग होते हैं.&nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp;</span></p>
<p class="p2" style="text-align: justify;"><span class="s1"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="साइबेरिया में बन रहे बड़े-बड़े गड्ढों का क्या रहस्य है, पृथ्वी पर कोई आफत आने वाली है?" href="https://www.abplive.com/gk/permafrost-in-siberia-what-is-the-secret-behind-the-huge-craters-being-formed-in-siberia-2816658" target="_self">साइबेरिया में बन रहे बड़े-बड़े गड्ढों का क्या रहस्य है, पृथ्वी पर कोई आफत आने वाली है?</a></strong></span></p>



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