‘फिलिस्तीन की आजादी का जश्न मनाएंगे मुसलमान…’ क्या इजरायल पर अभी और हमले करेगा ईरान? आयतुल्ला खामनेई क्या कर रहे इशारा?
इजरायल पर ईरान के ताजा हमले के बाद दुनिया पर एक और बड़े युद्ध का संकट मंडराने लगा है. ईरान ने शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से ताबड़तोड़ हमला किया था, जिसके बाद आशंका है कि इजरायल भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने पर चिंता जताते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है. हालांकि ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला खामनेई की बातों से दोनों देशों के बीच संघर्ष और बढ़ने की आशंकाओं को और बल मिल रहा है.
ईरान के सुप्रीम लीडर सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म एक्स पर येरूशलम स्थित मुस्लिमों के सबसे पवित्र स्थलों में से एक मस्जिद अल-अक्सा के ऊपर से गुजरते मिसाइल का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘दुष्ट शासन को दंडित किया जाएगा…’ उन्होंने अपनी पोस्ट में यहूदी राष्ट्र का नाम तो नहीं लिया, लेकिन वह ‘इजरायल’ को ही ‘दुष्ट जायनिस्ट शासन’ के नाम से संबोधित करते रहे हैं.
قدس شریف در اختیار مسلمانان قرار میگیرد و دنیای اسلام آزادی فلسطین را جشن خواهد گرفت https://t.co/BOrvoQEMIU
— KHAMENEI.IR | فارسی (@Khamenei_fa) April 14, 2024
खामनेई ने इसके साथ ही अपने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘कुद्स शरीफ़ (येरूशलम) मुसलमानों को दिया जाएगा और इस्लामी जगत फ़िलिस्तीन की आज़ादी का जश्न मनाएगा.’ सुप्रीम लीडर की इस पोस्ट से आशंका जताई जा रही है कि इजरायल पर ईरान अभी और हमले कर सकता है.
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इससे पहले ईरान ने शनिवार देर रात इजरायल पर हमला करते हुए उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइलें तथा क्रूज मिसाइलें दागीं. इजराइल ने बताया कि ईरान ने 170 ड्रोन, 30 से अधिक क्रूज मिसाइल और 120 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइल दागीं. इसके बाद रविवार सुबह तक ईरान ने कहा कि हमला समाप्त हो गया है.
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ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ ने बताया कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद हुसैन बघेरी ने कहा कि अभियान समाप्त हो गया है. उनके हवाले से कहा गया, ‘इजरायल के खिलाफ अभियान जारी रखने का हमारा कोई इरादा नहीं है.’
सीरिया में 1 अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण लिया था. ईरान ने इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया था. हालांकि इजरायल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. दोनों देश वर्षों से एक दूसरे से द्यद्म युद्ध लड़ रहे हैं, जिसमें दमिश्क हमले जैसी घटनाएं शामिल हैं, लेकिन यह पहली बार है जब ईरान ने देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजराइल पर सीधे तौर पर हमला किया है.
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 11:15 IST