बंगाल कांग्रेस में चल क्या रहा है? पहले आई अधीर रंजन चौधरी के इस्तीफे की खबर, फिर कांग्रेस नेता ने किया इनकार


कोलकाता. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को उन खबरों को खारिज किया जिनमें कहा गया था कि उन्होंने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चुनाव के बाद सभी प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष अस्थायी प्रमुख बन गए हैं.

चौधरी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस की प्रदेश इकाई का अस्थायी अध्यक्ष हूं. जिस दिन से मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं तब से भारत के किसी अन्य राज्य में अध्यक्ष नहीं रहा है.’ उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि मीडिया ऐसी कहानियां गढ़ रहा है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.

कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे के अनुसार, जब राष्ट्रीय अध्यक्ष बदलता है तो वह ही क्षेत्रीय इकाइयों के नए अध्यक्षों की नियुक्ति करता है. खरगे 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष बने, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने किसी भी राज्य में अध्यक्ष नहीं बदला.

मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के पांच बार के लोकसभा सदस्य रहे चौधरी को इस बार तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य यूसुफ पठान ने हराया. तृणमूल के साथ कांग्रेस के संबंधों के मुद्दे पर चौधरी के पार्टी आलाकमान के साथ मतभेद काफी समय से सामने आ रहे हैं.

तृणमूल कांग्रेस के कट्टर विरोधी रुख के लिए जाने जाने वाले चौधरी हमेशा सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे के साथ चुनावी समझौते पर अपने विचारों के बारे में मुखर रहे हैं. दरअसल, खड़गे के साथ उनके मतभेद भी लोकसभा चुनावों के बीच में सामने आए थे. उनके इस्तीफे की घोषणा के बाद, उनके उत्तराधिकारी को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं.

Tags: Adhir Ranjan Chowdhury, Congress, West bengal



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