बक्सर: यहां शुरू हुआ भव्य रावण वध, शाम 5 बजे तक चलेगा कार्यक्रम, निगरानी के लिए बने 4 वॉच टॉवर


रिपोर्ट- संजय कुमार

बक्सर: जिले के किला मैदान में 12 अक्टूबर को रावण वध का भव्य कार्यक्रम तय है. जिला प्रशासन ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. इस आयोजन के लिए किला मैदान को 6 भागों में बांट दिया गया है. किला मैदान में घुसने और बाहर निकलने के लिए 6 गेट बनाए गए हैं. इसके साथ 4 कोने पर वॉच टावर बनाया गया है, जहां से पुलिस पदाधिकारी भीड़ में निगरानी रख सकें.

किला मैदान में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए ड्रोन से भी निगरानी की व्यवस्था की गई है. इसके साथ आपदा विभाग की ओर से भीड़ में भगदड़ ना हो इसके लिए गाइडलाइन जारी किया गया है. यह भी गाइड लाइन जारी की गया है कि अगर भगदड़ हो जाती है, तो किस तरह से बचने का प्रयास करें.

रावण के मुकुट से निकलेगा कोल्ड फायर
रामलीला समिति के सचिव बैकुंड नाथ शर्मा और मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता ने संयुक्त रूप से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किला मैदान में इस बार रावण वध कार्यक्रम में रावण और मेघनाद के 45 और 40 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया जाएगा और कार्यक्रम दिन में 2 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे समापन होगा. रावण के मुकुट से निकलने वाले कोल्ड फायर का अद्भुत नज़ारा दिखाया जाएगा, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहेगा.

यूपी के लोग भी पहुंचेंगे किला मैदान
समिति ने जानकारी दी है कि हर साल की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश सहित आसपास के इलाकों से लाखों लोग रावण वध कार्यक्रम देखने बक्सर पहुंचेंगे. लोगों की भीड़ को देखते हुए समिति ने लोगों से अपील की है कि वे समय से पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सके. समिति ने कार्यक्रम को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की हैं. कार्यक्रम शुरू होने का समय दोपहर 2 बजे से निर्धारित किया गया है.

रावण दहन के लिए बनाया गया D एरिया
बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल और बक्सर एसपी शुभन आर्य ने किला मैदान में रावण वध की तैयारी का जायजा लिया है. वहीं, डीएम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी समिति की ओर से रावण वध की तैयारी की गई है. ड्रोन से निगरानी के साथ लोगों को संबोधित करने की व्यवस्था की गई है.

बक्सर एसपी शुभम आर्य ने कहा कि किला मैदान में रावण दहन की तैयारी हर साल की जाती है. इस साल भी रावण दहन पर एक लाख के करीब लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है, जिसको लेकर ग्राउंड कंट्रोल को लेकर निरीक्षण किया गया है. रावण दहन एरिया काफी दूर में D एरिया बनाया गया है, ताकि लोग रावण दहन के समय दूरी बनाए रखें.

आपदा विभाग ने भगदड़ की स्थिति से बचने के लिए उपाय जारी किया है, जो इस प्रकार से है.

– किसी भी प्रकार का अफवाह न फैलाएं और न ही उन पर ध्यान दें.

– मेले में साथ लाए बच्चों को अकेला न छोड़ें, न हीं उन्हें इधर-उधर जाने दें.

– मेले में किसी भी प्रकार के पटाखे/ज्वलनशील पदार्थ न ले जाएं, धूम्रपान न करें.

– मेले में किसी भी प्रकार की अराजकता न फैलाएं.

– मूर्ति विसर्जन में तैराकी न जानने वाले पानी के भीतर न जाएं.

– आपदा विभाग ने कहा कि भगदड़ होने पर धैर्य रखें और घबराएं नहीं.

– बिजली के तारों और उपकरणों से दूर रहें.

– यदि आप छोटे बच्चों, महिलाओं, बीमारों या वृद्धों को मेले में लेकर जा रहे हैं, तो उनके जेब में या गले में लॉकेट की तरह घर का पता और फोन/मोबाइल नंबर साथ रखें.

– पंडालों और मेले में चलते-फिरते रहें, अनावश्यक रूप से एक स्थान पर भीड़ न लगाएं.

– यदि आप परिवार या समूह के साथ हैं तो किसी आपात स्थिति में मेला क्षेत्र के बाहर मिलने का एक स्थान सुनिश्चित कर लें. एक दूसरे का फोन नंबर साथ रखें.

– प्रशासन की ओर से की जाने वाली घोषणाओं को ध्यान से सुनें और उसके अनुसार व्यवहार करें.

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