बच्चों को फ्री दिया जा रहा है क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण, नैनीताल में लगी है आर्टिफिशियल वॉल 


नैनीताल: उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल में इन दिनों स्थानीय स्कूली बच्चों को स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग के गुर सिखाए जा रहे हैं. मल्लीताल स्थित डीएसए मैदान में स्थित आर्टिफिशियल क्लाइंबिंग वॉल में रोजाना शाम को 5 बजे से 7 बजे तक वॉल क्लाइंबिंग करवाई जा रही है. जिससे बच्चों की रुचि भी इस ओर बढ़ रही है. और रोजाना 20 से 25 बच्चे क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं. प्रशिक्षक और एवरेस्ट विजेता तूसी साह बताती हैं कि जैसे फुटबॉल, हॉकी, और अन्य खेलों का ओलंपिक में स्थान है ठीक उसी प्रकार क्लाइंबिंग का भी ओलंपिक में अपना स्थान है. यह एक अंतराष्ट्रीय खेल है. और ओलंपिक खेलों में शामिल होता आया है. यह प्रशिक्षण बच्चों को बिल्कुल फ्री दिया जा रहा है.

नैनीताल के मल्लीताल फ्लैट्स में 98 लाख से अधिक की धनराशि लगाकर आर्टिफिशियल क्लाइंबिंग वॉल लगाई गई है. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 10 अप्रैल 2023 को किया था. जिसमें आजकल स्थानीय बच्चों को प्रशिक्षकों द्वारा स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण दिया जनता है.प्रशिक्षक तूसी बताती हैं कि उत्तराखंड हिमालयी राज्य होने के कारण यहां स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग को लेकर जागरूकता का आभाव है, वहीं अन्य राज्यों में क्लाइंबिंग को एक अच्छा स्पोर्ट्स माना जाता है.

अंतराष्ट्रीय खेल है स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग

दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट, कंचनजंगा समेत कुल 27 चोटियों को फतह कर चुकी तूसी साह बताती हैं कि वो खुद 26 सालों से इस खेल में हैं. उन्होंने अभी तक 12 नॉर्थ जोनल प्रतियोगिता खेली हैं. स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग को अब तक दो बार ओलंपिक खेलों में भी शामिल किया जा चुका है. यह एक अंतराष्ट्रीय स्तर का खेल है. इस खेल में जूनियर, सब जूनियर, सीनियर, और ओपन कैटेगरी में प्रतियोगिता होती हैं.

FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 17:18 IST



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