बजट के दिन आमतौर पर कैसा चलता है शेयर बाजार? आज किस करवट बैठेगा? समझिए
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भारतीय शेयर बाजार में बजट के दिन पर अक्सर उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. पिछले एक दशक में सेंसेक्स और निफ्टी ने ज्यादातर बजट के दिन पर नेगेटिव प्रदर्शन किया है. हालांकि, बजट के बाद बाजार में सुधार की संभावना रहत…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बजट के दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता है.
- पिछले दशक में बजट के दिन सेंसेक्स और निफ्टी नेगेटिव रहे हैं.
- बजट के बाद बाजार में सुधार की संभावना रहती है.
भारतीय शेयर बाजार को बजट का इंतजार हमेशा से ही रहा है. इस दिन उत्सुकता भी होती है तो साथ ही डर भी. यह वह दिन होता है जब निवेशकों की नजरें सरकार की नीतियों और घोषणाओं पर टिकी होती हैं. पिछले कुछ सालों में सेंसेक्स और निफ्टी ने बजट के दिन मिले-जुले प्रदर्शन दर्ज किए हैं. कभी बजट के बाद बाजार में तेजी आती है, तो कभी नकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिलती है. आइए, जानते हैं कि बजट के दिन पर बाजार का रुख कैसा रहता है और इस बार क्या उम्मीद की जा सकती है.
पिछले एक दशक के आंकड़ों पर नजर डालें तो सेंसेक्स और निफ्टी ने बजट के दिन पर ज्यादातर नेगेटिव प्रदर्शन किया है. सेंसेक्स ने पिछले 10 बजट में से 5 बार और निफ्टी ने 6 बार गिरावट दर्ज की है. खासकर, पिछले तीन बजट में निफ्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है. हालांकि, कुछ मौकों पर बाजार ने तेजी भी दिखाई है. उदाहरण के तौर पर, 2021 के बजट में सेंसेक्स 5 फीसदी और निफ्टी 4.74 फीसदी चढ़ गया था. इस बजट को विकासोन्मुखी माना गया था. वहीं, 2019 और 2020 के बजट में बाजार ने टैक्स में बदलाव और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण 2 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी.
पहले सुस्ती, फिर दिखाता है साफ ट्रेंड
अंतरिम बजट के मामले में बाजार की प्रतिक्रिया आमतौर पर लिमिटेड रहती है. निवेशक सतर्क रहते हैं और बाजार में मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. विश्लेषकों का मानना है कि बजट से पहले के हफ्ते में बाजार पर दबाव बना रहता है, लेकिन बजट के बाद अनिश्चितता दूर होते ही बाजार में सुधार की संभावना बढ़ जाती है. पिछले आंकड़ों के मुताबिक, बजट से एक हफ्ते पहले निफ्टी का औसत रिटर्न -0.46% रहा है, जबकि बजट के एक हफ्ते बाद यह 1.35% तक पहुंच जाता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2010 से अब तक के 18 बजट सत्रों में निफ्टी ने 12 बार पॉजिटिव क्लोजिंग दी है. इसके अलावा, जब भी बजट से पहले के हफ्ते में निफ्टी 1 फीसदी से अधिक गिरा है, तो बजट के बाद उसमें सुधार देखने को मिला है. इसलिए, अगर पहले हफ्ते बाजार पर दबाव बना रहता है, तो बजट के बाद इसमें तेजी आने की संभावना है.
जेएम फाइनेंशियल की रिपोर्ट के मुताबिक, बजट के एक हफ्ते बाद निफ्टी ने 75 फीसदी मौकों पर पॉजिटिव क्लोजिंग दर्ज की है, जिसका औसत रिटर्न 1.1 फीसदी रहा है. वहीं, निफ्टी मिड-कैप इंडेक्स ने 67 फीसदी मौकों पर तेजी दिखाई है, जिसका औसत रिटर्न 1.5 फीसदी रहा है. सेक्टोरल प्रदर्शन की बात करें तो फार्मास्यूटिकल इंडेक्स सबसे मजबूत रहा है, जिसने 92 फीसदी मौकों पर तेजी दिखाई है और इसका औसत रिटर्न 3.2 फीसदी रहा है.
राजकोषीय घाटा सबसे अहम
इस साल के बजट में राजकोषीय अनुशासन पर जोर देने की उम्मीद है. सरकार रेलवे, सड़क और रक्षा जैसे कोर क्षेत्रों में निवेश जारी रख सकती है, हालांकि समग्र निवेश में तेजी की संभावना कम है. वित्तीय घाटा FY26 के लिए 4.5 से 4.6 फीसदी और FY25 के लिए 4.6 से 4.7 फीसदी रहने का अनुमान है. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह घाटा 4.7 से 4.8 फीसदी तक बढ़ सकता है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 01, 2025, 06:34 IST