बागेश्वर के बिलौना गांव में कैसे हुई गणेश उत्सव की शुरुआत, जानें पूरी कहानी


बागेश्वर. उत्तराखंड के कई जिलों में गणेश उत्सव मनाया जाता है. राज्य में हर साल इस 10 दिवसीय उत्सव की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. इन 10 दिनों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करते हुए जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाने लगा है. वहीं अलग-अलग दिनों में गणपति महाराज का विसर्जन किया जाता है. बागेश्वर जिले के बिलौना गांव में गणेश उत्सव आज से नहीं बल्कि 20 साल से मनाया जा रहा है. इस गांव में हर साल गणेश चतुर्थी से अगले कुछ दिनों तक भव्य आयोजन किया जाता है. काफी संख्या में लोग इस उत्सव में शामिल होते हैं.

बिलौना गांव में गणेश उत्सव की शुरुआत साल 2004 में हुई थी. तब पूरे जिले में पहली बार गणेशोत्सव मनाया गया. महोत्सव की शुरुआत सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र बोरा ने की थी. लोकल 18 से बातचीत में राजेंद्र बोरा बताते हैं कि मां भगवती की प्रेरणा से उन्होंने महोत्सव की शुरुआत की थी और तब से लेकर आज तक इस महोत्सव को पूरे जिले में भव्य रूप से मनाया जा रहा है. यह महोत्सव पहाड़ी गांव बिलौना में एक नई परंपरा के रूप में शुरू हुआ था, जिसने पूरे गांव को एकजुट किया.

सभी वर्गों को एक मंच पर लाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि उस समय गांव के लोग अपने रोजमर्रा के कार्यों में इतने व्यस्त रहते थे कि उन्हें वक्त नहीं मिलता था. वहीं यहां मनोरंजन के साधन बेहद कम थे. बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए कोई सामूहिक आयोजन नहीं होते थे, जिससे गांव में सामाजिक गतिविधियां ठंडी पड़ रही थीं. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने गणेश महोत्सव की शुरुआत की ताकि गांव के सभी वर्गों को एक मंच पर लाया जा सके और सब मिलकर उत्सव का आनंद ले सकें.

पहला आयोजन और महोत्सव की बढ़ती लोकप्रियता
राजेंद्र बोरा ने कहा कि पहले गणेश महोत्सव की सफलता के बाद यह आयोजन हर वर्ष बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाने लगा. स्थानीय लोग इसे अपनी पहचान और गर्व का हिस्सा मानते हैं. इस महोत्सव के दौरान न सिर्फ धार्मिक आयोजन होते हैं बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं और सामूहिक भोज जैसे विभिन्न आयोजन भी होते हैं, जो गांव की सामाजिक एकजुटता को और मजबूत करते हैं. आज बिलौना गांव का गणेश महोत्सव न सिर्फ बागेश्वर जिले में बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी मशहूर है. दूर-दूर से लोग उत्सव में शामिल होने के लिए गांव आते हैं.

Tags: Bageshwar News, Ganesh Chaturthi, Local18, Uttarakhand news

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