बिहार की लीची ने करौली में दी दस्तक, बिना पानी एक ही दिन में उड़ जाता है रंग, 1 महीने ही मिलता है इसका स्वाद-Litchi from Bihar has arrived in Karauli, it is creating a stir in the markets with its sweet taste
करौली. गर्मियों के सबसे खास ठंडे फल लीची ने करौली के फल बाजारों में अपने मीठे स्वाद की दस्तक दे दी है. करौली में गर्मियों का यह खास फल जयपुर होते हुए बिहार से आ रहा है. कुछ ही दिनों तक बाजार में आने के कारण शहरवासी भी बिहार से आने वाली लीची को जमकर पसंद कर रहे है. हालांकि, गर्मियों के मौसम के इस ठंडे फल की आवक जरूर करौली में कम हो रही है लेकिन फिर भी लोग इसे गर्मी से बचने और अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए इस लीची को काफी पसंद कर रहे हैं. आवक कम होने के कारण बिहार की यह प्रसिद्ध लीची करौली में सिर्फ दो ठेलों पर मिल रही है और गर्मी भी ज्यादा होने के कारण हाथों-हाथ भी बिक रही है.
सिर्फ एक महीने बाजार में मिलती है लीची
फल व्यापारियों के मुताबिक, यह खास फल लीची बाजारों में केवल एक महीने के लिए ही देहरादून और बिहार से आता है. इन दोनों जगह की लीची पूरे देशभर में प्रसिद्ध है. फिलहाल करौली में बिहार की लीची आ रही है. जो अपने मीठे और ठंड़े स्वाद के लिए देशभर में प्रसिद्ध है. बिहार की इस लीची की खासियत इसका ठंडापन और इसे खाने के बाद शरीर को पहुंचने वाली बेहतरीन तरावत होती है. खाने में भी इसका स्वाद एकदम मीठा होता है.
पानी के बिना बेकार हो जाती है लीची
करौली शहर के बाजार में इस लीची को बेच रहे व्यापारी अब्दुल खान का कहना है कि पानी के बिना लीची जल्दी खराब हो जाती है. इसलिए इसमें पानी का छिड़काव लगातार देना पड़ता है. अगर इस फल को पानी से लगातार नहीं भिगोया जाए तो इसका ऊपर का छिलका सूख जाता है और उसका स्वाद खत्म हो जाता है. लीची एक जल्दी खराब होने वाला फल है. इसलिए इसकी बाजारों में खपत भी कम रहती है. खान का कहना है इसलिए लीची गर्मियों के मौसम में एक तो कम और दूसरा जल्दी खराब होने के कारण हमेशा महंगी रहती है.
वहीं, लीची के थोक व्यापारी अशफाक खान का कहना है कि करौली में इन दिनों की बिहार से लीची आ रही है. जो मुश्किल से 1 महीने ही बाजार में चलती है. फिलहाल इसका थोक का भाव ₹150 किलो और फुटकर भाव ₹200 किलो चल रहा है. उनका कहना है कि एक तो महंगा फल और दूसरा जल्दी खराब होने के कारण करौली में रोजाना 50 से 60 किलो लीची की ही खपत देखी जा रही है.
FIRST PUBLISHED : June 2, 2024, 17:02 IST