बेटियों के लिए वरदान है यह योजना, सरकार दे रही 25 हजार रुपए, ऐसे करें आवेदन


अंजली शर्मा/कन्नौज. बेटियों का आने वाला कल कैसे बेहतर हो, इसके लिए एक महत्वपूर्ण योजना चलाई जा रही है. जिसका नाम कन्या सुमंगला योजना है. इस योजना में लाभार्थी को बेटियों की शिक्षा और विकास के लिए दी जाने वाली धनराशि में अब और इजाफा कर दिया गया है. अब इस योजना में लाभार्थी को 15 नहीं बल्कि 6 चरणों में ₹25000 की आर्थिक सहायता मिलेगी.

कैसे करें आवेदन

इस योजना का नाम कन्या सुमंगला योजना है. इसमें पात्रता का मापदंड कुछ इस तरह से है कि परिवार का निवास उत्तर प्रदेश होना चाहिए, पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख रुपए होनी चाहिए. परिवार में अधिकतम दो बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकता है. प्रत्येक चरण में लाभ पाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. योजना का लाभ लेने के लिए नागरिकों को सेवा पोर्टल या आंगनबाड़ी केंद्र अथवा जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में आवेदन करना होगा. यहां से धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाएगी.

कैसे और कितने चरणों मे मिलेगी धनराशि

इस योजना में पात्र लाभार्थी को छह चरणों में ₹25000 की धनराशि मिलेगी. बेटी के जन्म के समय ₹5000 एक वर्ष के सारे टीकाकरण करने पर ₹2000 कक्षा एक में प्रवेश करने पर, ₹3000 कक्षा 9 में प्रवेश करने पर ₹9000 दशमी व 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर  दो वर्ष या अधिक अवधि के डिप्लोमा या स्नातक में प्रवेश पर ₹7000 की आर्थिक सहायता मिलेगी.

किसको मिलेगा लाभ

इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी के परिवार में अधिकतम दो बेटियां हो. किसी महिला को दूसरे प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की अनुमन्य होगी. यदि किसी महिला को पहले प्रसव से बालिका है और दूसरे प्रसव से दो जुड़वा बालिकाएं होती हैं, तो केवल ऐसी अवस्था में ही तीनों बालिकाओं को लाभ मिलेगा. यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया है, तो परिवार की जैविक संतानों तथा विधिक रूप में गोद ली गई संतानों को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाएं लाभार्थी होंगी.

क्या बोले अधिकारी

जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुपम रॉय बताते हैं कि कन्या सुमंगला योजना बेटियों के शिक्षा और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है. इस योजना में आवेदन करके बच्चियों के समय-समय पर विकास के आधार पर आर्थिक सहायता दी जाएगी. बच्ची के जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक लाभार्थी को आर्थिक सहायता डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में मिलेगी. इसमें आवेदन बहुत ही आसान तरीके से किया जा सकता है. इसमें सेवा पोर्टल या आंगनबाड़ी केंद्र अथवा जिला अधिकारी कार्यालय में आकर आवेदन किया जा सकता है.

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