बेटे को पढ़ाने के लिए बेच दी खानदानी जमीन, राजेंद्र प्रसाद से भी है गहरा नाता, अब यूके की राजनीति में चमका ये भारतीय चेहरा


यूके में हुए चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इस बार चुनाव में लेबर पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की. ऋषि सुनक को हराकर लेबर पार्टी के नेता किएर स्टॉर्मर ने जीत हासिल की है. ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में कुल सीट 650 है. इसमें बहुमत के लिए 326 सीटों का आंकड़ा है लेकिन इस बार लेबर पार्टी ने इस नंबर को बहुत पीछे छोड़ दिया है. इस जीत में एक भारतीय चेहरा सामने आया है. ये हैं लेबर पार्टी के कनिष्क नारायण. बिहार के मुजफ्फरपुर में जन्में कनिष्क नारायण ने वेल्श से जीत दर्ज की है.

कनिष्क नारायण जब बारह साल के थे, तब भारत छोड़कर यूके चले गए थे. वहां पढ़ाई के लिए उन्हें स्कॉलरशिप तो मिली लेकिन इसके बाद भी पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्हें पैसों की जरुरत थी. ऐसे में कनिष्क के घरवालों ने बिहार में अपनी सारी पुश्तैनी जमीन बेच दी. इस त्याग का नतीजा आज परिवार को मिला है. कनिष्क की इस जीत से घरवाले फूले नहीं समा रहे हैं. आइये आपको बताते हैं कनिष्क के लाइफ के कुछ अनछुए पहलुओं के बारे में.

2007 में छोड़ दिया था बिहार
कनिष्क नारायण की जीत के बाद न्यूज18 हिंदी ने उनकी बहन श्रेया नारायण से बातचीत की. इस बातचीत में बहन ने अपने भाई की लाइफ से जुड़ी कई बातें बताई. श्रेया ने बताया कि कनिष्क पढ़ने में बहुत होशियार थे. 2007 में कनिष्क अपने पूरे परिवार के साथ यूके शिफ्ट हो गए थे. उन्हें वहां स्कॉलरशिप तो मिली लेकिन इसके बाद भी जब पैसों की जरुरत पड़ी तब घरवालों ने सारी पुश्तैनी जमीन बेच दी. कनिष्क वेल्स से जीत दर्ज करने वाले पहले भारतीय हैं. इस जीत के साथ कनिष्क ने अपने परिवार के त्याग की कीमत अदा कर दी.

राजेंद्र प्रसाद से भी है रिश्ता
कनिष्क नारायण की जीत से पूरे परिवार के लोग उत्साहित हैं. बात अगर कनिष्क नारायण के परिवार की करें तो उनके पिता का नाम संतोष कुमार और मां का नाम चेतना सिंहा है. कनिष्क नारायण के रिश्तों के तार भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद से भी जुड़े हुए हैं. डॉ राजेंद्र प्रसाद कनिष्क नारायण की दादी के दादाजी थे. हालांकि, कनिष्क नारायण की बहन ने बताया कि वो कभी डॉ राजेंद्र प्रसाद से नहीं मिले थे लेकिन इतिहास के तार अगर जोड़े जाएं तो दोनों का रिश्ता जुड़ा हुआ है.

FIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 18:34 IST



Source link

x