बॉलीवुड में जिनकी अदाकारी के पढ़े जाते हैं कसीदे, वो कभी करना चाहते थे ख़ुदकुशी, नहीं झेल पा रहे थे NSD में रिजेक्शन
बड़े पर्दे से लेकर ओटीटी तक जिस एक्टर का सिक्का चलता है वो है मनोज बाजपेयी. मनोज बाजपेयी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं. उन्हें अब किसी परिचय की जरूरत नहीं है. मेकर्स उन्हें अपनी फिल्म में साइन करने के लिए कोशिश करते रहते हैं. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए मनोज बाजपेयी ने बहुत स्ट्रगल किया है. कई सालों तक स्ट्रगल करने के बाद वो इस मुकाम पर पहुंचे हैं. मनोज इतने खुशमिजाज हैं कि जहां भी जाते हैं वहां पर महफिल जमा देते हैं. वो अपने किस्से लोगों को सुनाकर समा बांध देते हैं. हमेशा खुश रहने वाले मनोज की जिंदगी में एक बार ऐसा समय आया था जब उनके मन में खुदकुशी करने के ख्याल आने लगे थे. आज मनोज बाजपेयी के बर्थडे पर हम आपको उनसे जुड़ा एक अनसुना किस्सा बताते हैं.
तीन बार हुए रिजेक्ट
मनोज बाजपेयी के लिए बॉलीवुड में कदम रखना आसान नहीं था. एक छोटे से गांव से आए लड़के के लिए मुंबई में अपनी जगह बनाना मुश्किल था. सबसे पहले तो उसे एक्टिंग सीखनी थी. जिसके लिए उन्होंने एनएसडी में जाने का फैसला लिया था. मनोज ने 17 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था और वो दिल्ली आकर रहने लगे थे. एनएसडी में एडमिशन के लिए उन्होंने तीन बार फॉर्म भरा लेकिन तीनों पर उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था.
खुदकुशी का आने लगा था ख्याल
तीन बार एनएसडी से रिजेक्ट होने के बाद मनोज बहुत परेशान हो गए थे. वो बुरी तरह से टूट गए थे. उनके मन में खुदकुशी करने का ख्याल आने लगा था. मनोज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इस दौरान उनके दोस्तों ने उनका बहुत ख्याल रखा था. वो हमेशा उनके साथ रहते थे.
बैरी जॉन की वर्कशॉप की ज्वाइन
मनोज ने उसके बाद बैरी जॉन की वर्कशॉप ज्वाइन कर ली थी. बैरी मनोज से इतने इंप्रेस हो गए थे कि उन्होंने उन्हें अपना असिस्टेंट बना लिया था. उसके बाद मनोज मुंबई आ गए थे. यहां कई सालों तक स्ट्रगल करने के बाद उन्होंने टीवी में काम किया. महेश भट्ट के शो स्वाभिमान में काम करने के बाद मनोज को फिल्म सत्या मिल गई थी. इस फिल्म में मनोज ने भीकू म्हात्रे का किरदार निभाया था. इस फिल्म के बाद से मनोज ने इंडस्ट्री में सिक्का जमा लिया था और उसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
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