भारतीय कंपनियों के सौदे गिरे लेकिन मूल्य में 58 प्रतिशत का उछाल
भारतीय कंपनियों के सौदे जुलाई में 58 प्रतिशत के उछाल के साथ 3.1 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं. आंकड़ों के अनुसार, यह उछाल कुल सौदों की संख्या घटने के बावजूद बड़े लेनदेन के कारण आया है. ग्रांट थॉर्नटन द्वारा जुटाए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में 3.1 अरब डॉलर के 95 सौदे हुए. संख्या के हिसाब से सौदों में 46 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि मूल्य के हिसाब से इनमें 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
सलाहकार कंपनी के भागीदार शांति विजेता ने कहा कि इस साल की शुरुआत से ही धीमी चल रही सौदा गतिविधियों पर वैश्विक मंदी का प्रभाव दिख रहा है. विजेता ने कहा कि सौदों के मूल्य में वृद्धि को जहां सीमापार लेनदेन ने प्रेरित किया, वहीं निजी इक्विटी क्षेत्र में सतर्कता के कारण कुल मात्रा में कमी आई.
सौदे के मूल्य में उछाल
सौदे के मूल्य में यह उछाल दो अरब डॉलर के 29 सौदों की वजह से दर्ज हुआ है. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), वाहन, खुदरा और विनिर्माण जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में ऊंचे मूल्य के छह सौदे हुए.
सौदों के मूल्य में प्रमुख योगदान प्रॉक्सिमस ओपल द्वारा रूट मोबाइल में नियंत्रक यानी 58 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण का रहा है. इस सौदे का मूल्य 72.1 करोड़ डॉलर रहा.