भारत के इन राज्यों में रहते हैं अमीर लोग, नहीं है कोई भी गरीब, हर घर में है एक मर्सिडीज!
<p style="text-align: justify;">भारत में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हर रूप से विविधता दिखती है. इतनी विविधता दुनिया के किसी भी देश में नहीं है, हमारे देेश में लोग रंंग, रूप, भाषा, बोली में तो अलग हैं ही साथ ही देश का एक तबका बहुत अमीर है तो वहीं दूसरा तबका बहुत गरीब. ऐसे में भारत के कुछ राज्य बहुत गरीबी की श्रेणी में आते हैं तो वहीं कुछ राज्यों को सबसे अमीर होने का तबका मिला हुआ है. तो चलिए उनके बारे में जानते हैं उन राज्यों और उनकी प्रति व्यक्ति आय के बारे में.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ये दो राज्य हैं कई पर भारी<br /></strong>हम बात कर रहे हैं गोवा और सिक्किम की. यहां की आर्थिक समृद्धि अन्य राज्यों पर भारी पड़ती है. वैसे तो क्षेत्रफल की दृष्टि से ये राज्य काफी छोटे हैं लेकिन इनकी आर्थिक प्रगति देश के अन्य राज्यों पर भारी है. बता दें गोवा में प्रति व्यक्ति आय 4.72 लाख रुपए है तो वहींं सिक्किम में भी प्रति व्यक्ति आय 4.72 लाख रुपए है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर दिल्ली तो वहीं चौथे नंबर पर चंडीगढ़ का नाम आता है. दिल्ली में प्रति व्यक्ति सालाना लगभग 3.90 लाख रुपए कमा रहा है तो वहींं चंडीगढ़ में ये आंकड़ा 3.50 लाख प्रति व्यक्ति है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>100 में से 0.37 लोग गरीबी रेखा के नीचे<br /></strong>केंद्र सरकार द्वारा दिए गए आंकडो़ं के अनुसार, गोवा और सिक्किम में हर 100 व्यक्तियों में से सिर्फ 0.37 व्यक्ति ही गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहा है. साफतौर पर कहा जाए तो समझ लिजिए यहां हर व्यक्ति की आय अच्छी खासी है. जहां उसे गरीबी में नहीं जीना पड़ रहा है. देश के बाकि राज्यों जैसे बिहार, झारखंड, मेघालय की तुलना में गोवा और सिक्किम में प्रति व्यक्ति आय काफी ज्यादा है. वहीं महाराष्ट्र जैसे राज्य भी प्रति व्यक्ति आय में गोवा और सिक्किम से पीछे हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="इस पीएम ने सबसे पहले भारतीय करेंसी को विदेश में छपवाया, आखिर क्या थी इसके पीछे की वजह" href="https://www.abplive.com/gk/pm-first-got-indian-currency-printed-abroad-what-was-the-reason-behind-it-2630445" target="_self">इस पीएम ने सबसे पहले भारतीय करेंसी को विदेश में छपवाया, आखिर क्या थी इसके पीछे की वजह</a></strong></p>
Source link