भारत के पंजाब में हर साल पराली जलाने पर होता है विवाद, इससे कैसे निपटता है पाकिस्तान का पंजाब?



<p>सर्दी की मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में पराली की वजह से होने वाले प्रदूषण से उत्तर भारत का हाल बेहाल रहता है. खासतौर से देश की राजधानी दिल्ली इससे सबसे ज्यादा परेशान रहती है. भारत में पराली के लिए सबसे ज्यादा दोष पंजाब को दिया जाता है. चलिए आज जानते हैं कि क्या पाकिस्तान में भी ऐसा ही होता है. अगर हां, तो फिर पाकिस्तान का पंजाब इससे निपटता कैसे है.</p>
<p><strong>पाकिस्तान के पंजाब में कितना प्रदूषण होता है</strong></p>
<p>इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब का लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है. पाकिस्तान पंजाब सरकार ने मंगलवार को जानकारी दी कि इस दिन लाहौर का एक्यूआई 394 था. ये सबसे खराब स्थिति है. अब सवाल उठता है कि पाकिस्तान की सरकार इसे रोकने के लिए क्या कर रही है. आपको बता दें, पाकिस्तान की सरकार इससे निपटने के लिए पंजाब के किसानों को पराली के बदले पैसे देती है ताकि वो पराली खेतों में ना जलाएं. इसके अलावा इस बार पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने लाहौर में आर्टिफिशियल बारिश भी कराई ताकि प्रदूषण से शहर के लोग बच सकें.</p>
<p><strong>भारत में प्रदूषण</strong></p>
<p>दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी लाने की कोशिशों के लिए कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों से उन 3,00,000 से अधिक फसल अवशेष प्रबंधन मशीनों को इस्तेमाल के लिहाज से अधिक अनुकूल बनाने के लिए कहा गया, जिन्हें सरकारी सब्सिडी पर किसानों में बांटा गया था.</p>
<p>इस बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में पहले के मुकाबले कमी आई है. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले 35 फीसदी और हरियाणा में 21 फीसदी की कमी आई है. वहीं, 2017 से तुलना करें तो पराली जलाने के कुल मामलों में 51 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है.</p>
<p>आपको बता दें, हर साल पराली जलाने की वजह से दिल्ली धुएं के गुबार में गुम हो जाती है. यहां के लोगों को सांस लेने में समस्या के साथ-साथ आंखों में जलन, छींक और खांसी की भी समस्या होती है. भारत में इससे निपटने के लिए पंजाब सरकार कड़े कदम उठाती है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/gk/this-community-neither-buries-nor-cremates-their-dead-but-these-are-not-parsis-2811880">यह कौम भी न तो दफन करती है अपनों का शव और न ही जलाती है, लेकिन यह पारसी नहीं</a></strong></p>



Source link

x