भेड़ियों के बारे में वन अधिकारी ने बताई ये खास बात, जान गए तो कर सकते हैं अपना बचाव


बहराइच: उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में इन दिनों भेंडि़या, शियार, तेंदुआ और बाघ जैसे जंगली जानवरों का आतंक है. जो इलाके इनके आतंक से बचे हैं वहां बारिश और बाढ़ के चलते जहरीले सांपों का आतंक है. अब तक कई लोग सर्प दंश से मर चुके हैं. उधर अकेले बहराइच में भेड़ियों के हमले में 10 लोगों की मौत हो गई और लगभग 2 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं. बहराइच के वन अधिकारी अजित प्रताप ने आदमखोर भेड़ियों के बारे में लोकल 18 से बात करते हुए खास जानकारी दी है. गौर करने वाली बात ये है कि अब तक 90% केस में इन जानवरों ने बच्चों को ही निशाना बनाया है जिसमें, एक वर्ष से लगा कर 15 वर्ष तक के बच्चे शामिल हैं.

भेड़िये के बारे में खास बात
बीते दिनों छत पर सो रहे बच्चे पर अटैक को बहराइच वन अधिकारी ने खारिज करते हुए कहा है कि ये भेड़िये का हमला नही है क्योंकि भेड़िये अपने से ऊंची जगह पर नहीं जाते और न ही ये अपने से बड़े का शिकार करते हैं. ये अपने जैसे कम लम्बाई और कम वजन के लोगों को ही अपना शिकार बनाते हैं. इनका स्वभाव ही ऐसा होता है. अगर ये बड़े पर हमला भी करते हैं तो गलती से.

भेड़िये क्यों करते हैं छोटे लोगों पर हमला
दरअसल, ये छोटे लोगों पर हमला इसलिए करते हैं ताकि यह उस शिकार को अच्छे से मार सकें और उसको खींचकर ले जा सकें क्योंकि छोटे शिकार को खींच कर ले जाने में इनको आसानी होती है और छोटे शिकार का मांस भी आदमखोरों को पसंद होता है. छोटे शिकार को खाने में इनको ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती.

वन अधिकारी ने यह भी बताया कि भेड़िया ही नही अन्य जो भी जंगली जानवर हैं वह अपने से बड़े पर ज्यादा हमले नहीं करते. यही वजह है कि जंगलों में आपने खुली सफारियों की सैर करते हुए लोगों को देखा होगा. यह इसीलिए संभव है कि ये जानवर अपने से बड़े जानवरों पर अटैक नहीं करते और सफारी पर बैठे हुए लोग और सफारी जानवरों से ऊंची होती है. ऐसे में यदि आप कभी कहीं ऐसी जगह फंस जाते हैं जहां इन जंगली जानवरों का डर हो तो ऊंची जगह पर जाकर थोड़ा सुरक्षित हो सकते हैं.

FIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 20:28 IST



Source link

x