मंडी में कांटो की झाड़ियों का जलाना पर्यावरण के लिए बड़ा संकट! एक गलती सब जलाकर कर सकती है राख
मंडी. शहर के आस पास पड़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में आज कल सूखी घास और कांटो वाली झाड़ियों को जलाया जा रहा है. बरसात में हरियाली के साथ यहां कांटो वाली झाड़ियों उग जाती है और सर्दियों तक पूरी तरह सूख जाती हैं जिन्हें ग्रामीण लोगों द्वारा जलाया जाता है.
इस बार भी सर्दियां शुरू होते ही मंडी जिला में इस सूखी कांटो वाली घास को जलाया जा रहा है जिससे बहुत अधिक मात्रा में धुआं दूर दूर तक फैल रहा है जिससे कई लोगों को परेशानी हो रही है. सबसे पहली बात यह है कि जगह-जगह ऐसे कांटो के ढेर जलने से पर्यावरण दूषित हो रहा है और दूसरा कई लोग आग लगाने के बाद उसे बुझाते नहीं हैं जिससे आगजनी का खतरा बढ़ गया है.
एक गलती जंगल सहित जीव-जंतुओं के लिए बन जाता है खतरा
मंडी शहर में रहने वाले स्थानीय निवासी और पर्यावरण प्रेमी नरेंद्र सैनी से जब लोकल 18 की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि सर्दियों के इस समय में जगह-जगह लोग आग लगाते हैं. जिससे वातावरण खराब होने लगता है और आग का धुआं चारों तरफ फैल जाता है. लोगों को भी सांस लेने में काफी तकलीफ होती है और साथ ही कई बार लोग आग बुझाते नहीं हैं. यह आग फैल कर जंगल की संपति को नुकसान पहुंचा देती है.
आग जलाने के बाद उसे बुझाकर ही जाएं
नरेंद्र सैनी के अनुसार अपनी जगह को साफ रखने के लिए इन कांटो की झाड़ियों को जलाया जाता है जो कि जरूरी भी है लेकिन यह लोगों को ही तय करना होगा कि इस आग को लगाने के बाद इसे बुझाएं भी ताकि वन संपति को आग जानी से कोई नुकसान न हो और जंगल में रहने वाले जानवरों को भी बचाया जा सके.
FIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 18:08 IST