मकान बनाते समय ना करें ये लापरवाही, भूकंप और बारिश में भी बना रहेगा मजबूत


रिपोर्ट- विशाल भटनागर

मेरठ: लगातार बारिश और भूकंप से घर और मकान गिरने की घटनाएं होती रहती हैं. इन घटनाओं में कई बार लोगों की जान चली जाती है. ऐसी ही घटना तीन दिन पहले लोहिया नगर की जाकिर कॉलोनी में भी देखने को मिली. वहां लगातार बारिश होने के कारण तीन मंजिला मकान गिर गया जिसमें लगभग 10 लोगों की मृत्यु हो गई थी. ऐसे में मकान बनाने को लेकर किस प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए उसको लेकर लोकल-18 की टीम द्वारा सिविल इंजीनियर प्रशांत शर्मा से खास बातचीत की गई.

मकान की हाइट को लेकर रखें विशेष ध्यान
इंजीनियर प्रशांत शर्मा ने बताया की अब लोगों में मकान की हाइट को लेकर ज्यादा क्रेज देखने को मिल रहा है. जबकि मकान की ऊंचाई को लेकर विभिन्न प्रकार के मानक शासन द्वारा निर्धारित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआती फ्लोर की ऊंचाई 3 मीटर एवं उसके बाद जो भी फ्लोर बनाएं. उसकी हाइट पहली मंजिल से कम रखनी होती है लेकिन, देखने को मिल रहा है कि लोग हाइट ज्यादा रख लेते हैं. ऐसे में जब भी लगातार बारिश, भूकंप सहित अन्य प्रकार की आपदा आती है तो मकान गिरने की आशंका बढ़ जाती हैं. कई बार तो बड़ी दुर्घटना भी देखने को मिलती है.

बेहतर सरिया और सीमेंट का करें इस्तेमाल
इंजीनियर प्रशांत कहते हैं कि मकान बनाते समय पिलर का विशेष ध्यान रखें क्योंकि मकान की नींव और पिलर दोनों अगर मजबूत होते हैं तो चाहे कितनी ही बड़ी आपदा क्यों ना आए मकान पर कोई असर नहीं होता. ऐसे में आप पिलर के लिए जिन सरियों का उपयोग कर रहे हैं उनकी क्वालिटी का भी ध्यान रखें. इसके साथ ही मानक के अनुरूप उसमें जो ट्रायंगल फिट किए जाते हैं उनका ध्यान रखें क्योंकि कई बार जब वह सही से फिट नहीं किए जाते तो धीरे-धीरे वह खुलने लगते हैं. इसमें कमी रखने पर सरिया बाहर आ जाते हैं और आपदा के समय मकान गिरने की संभावना बन जाती है. उन्होंने बताया कि सीमेंट का भी निर्धारित समयावधि तक ही उपयोग लिखा होता है. ऐसे में अगर आप ज्यादा पुराने सीमेंट का उपयोग करते हैं तो वह भी मकान के लिए नुकसानदायक होता है.

नक्शे का करें उपयोग
इंजीनियर कहते हैं कि काफी लोग मकान बनाते समय अपने आप ही सभी चीज निर्धारित कर लेते हैं. जबकि, वह अगर एक्सपर्ट से राय लेते हुए नक्शे के अनुसार अपने मकान को बनाएंगे तो वह उसकी ऊंचाई से लेकर हर प्रकार की बातों का विशेष ध्यान रखेगा. उसके अनुसार ही वह आपके मकान का एक खूबसूरत नक्शा तैयार करके देगा. ऐसे में सही नक्शा और एक्सपर्ट की देखरेख में मकान बनवाने से वह इन प्राकृतिक आपदाओं को लंबे समय तक मजबूती से झेलने में सक्षम होगा.

उन्होंने कहा की पुराने मकानों में दरार सहित अन्य प्रकार की कई दिक्कतें देखने को मिल रही हैं. ऐसे में लोगों को बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करना चाहिए और तुरंत उसकी मरम्मत कराना चाहिए क्योंकि कई बार ऐसे मकानों की गिरने की संभावना ज्यादा रहती है. ऐसे में सावधान और सजग रहना बहुत जरूरी है जिससे कि मेरठ के लोहिया नगर जाकिर कॉलोनी जैसी घटनाएं ना घटित होने पाएं.

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