मरने के बाद शख्स बना लोगों के लिए फरिश्ता, अब भोपाल में धड़केगा दिल और…


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Bhopal News: मरने के बाद एक शख्स कुछ लोगों के लिए फरिश्ता बना है. जबलपुर के बलिराम पटेल के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने अंग दान का फैसला लिया, जिससे भोपाल और इंदौर के मरीजों को नई जिंदगी मिल सकेगी.

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जबलपुर के शख्स ने किया अंगदान

भोपाल: जीते जी तो कई लोग जरुरतमंदों की मदद करते हैं. मगर, कोई शख्स जो मर गया हो और फिर भी फरिश्ता बन जाए तो उसके लिए शब्द कम पड़ जाते हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर से आया है. यहां सागर निवासी बलिराम पटेल का हाल ही में एक्सीडेंट हो गया था. उन्हें इलाज के लिए जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने बलिराम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसकी हर कोई वाहवाही कर रहा है. आइए जानते हैं पूरा मामला…

परिजनों ने यह लिया फैसला
दरअसल, बलिराम को ब्रेन डेड घोषित करने के बाद परिजनों ने इच्छा जताई की वो बेलिराम के अंगों को दान करना चाहते हैं. परिजनों के इस फैसले के बाद तुरंत आगे की कार्रवाई शुरू की गई. इसके बाद सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल मेडिकल में ग्रीन कॉरीडोर बनाकर उनके अंगों को भोपाल व इंदौर भेजा जा रहा है. इसमें इंदौर व भोपाल के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम बुलाई गई, जिनके मार्गदर्शन में अंगों को प्रिजर्व करने का काम किया गया.

दो कॉरीडोर बनाए गए
ऑर्गन्स को ले जाने के लिए जबलपुर के मेडिकल कॉलेज परिसर से तिलवारा रोड स्थित कोकिला होटल परिसर पर बने हैलीपेड और डुमना तक ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया है. यहां से अंगों को इंदौर व भोपाल ले जाया गया. एक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर हार्ट को विमान से एम्स भोपाल भेजा गया. वहीं, दूसरे कॉरिडोर से बलिराम के लीवर को एयर एंबुलेंस की मदद से इंदौर के चौईथ राम हॉस्पिटल भेजा गया. इससे जरुरतमंदों को एक नई जिंदगी मिल सकेगी.

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