मां ने सिखाया, बेटे ने आजमाया…45 साल से बेच रहा देहरादून की मशहूर कचौरी
Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:
Dehradun street food : इनकी कचौरी की डिमांड इतनी अधिक है कि जो पहले 10 रुपये प्रति प्लेट थी, अब 40 रुपये प्रति प्लेट हो गई है. यहां आज भी कचौड़ी-छोले को पत्तल में परोसकर दिया जाता है, जो पर्यावरण के अनुकूल है.
देहरादून के इस एड्रेस पर कचौरी और मसालेदार छोले का स्वाद मिलेगा
देहरादून. सर्द मौसम में सुबह-शाम दोस्तों और परिवार के संग कुछ गर्मा-गर्म और करारा खाने का मन किसका नहीं करता है. हम आपको एक ऐसे अड्डे के बारे में बताएंगे, जहां आपकी ये दिली ख्वाहिश पूरी हो जाएगी. देहरादून में तिलक रोड पर आपको एक ठेला नजर आएगा जो चार दशकों से यहीं मौजूद है. इस पर प्रमोद कुमार लजीज कचौरी और छोले परोसते हैं.
लोकल 18 से बात करते हुए प्रमोद बताते हैं कि वे यहां करीब 45 साल से एक छोटी सी रेहड़ी पर कचौरी-छोले बेच रहे हैं. उनके यहां ग्राहक दूर-दूर से आते हैं. प्रमोद सुबह चार बजे उठकर खस्ता (कचौरी) बनाने की तैयारी में लग जाते हैं और छोले उबालकर उसमें घर में बना मसाला डालते हैं. छोला चाट बनाने के लिए प्रमोद छोलों के अलावा आलू और शकरकंद का भी इस्तेमाल करते हैं. अगर कोई प्लेन छोले की चाट चाहता है तो प्रमोद उसे भी बना देते हैं.
इस रेहड़ी पर बिकने वाले व्यंजन का स्वाद 45 सालों से नहीं बदला. उनकी रेहड़ी पर आज भी कचौड़ी- छोले को पत्तल में परोसकर दिया जाता है, जबकि छोलों को मालू के पत्ते में रखा जाता है. 45 सालों के बाद भी ग्रहकों को स्वाद ज्यों का त्यों ही लगता है, जिसके चलते इस रेहड़ी पर हमेशा भीड़ लगी रहती है. कांवली रोड से आए विकास ने बताया कि वे स्कूल के दिनों से यहां की कचौरी छोले का स्वाद लेते आए हैं. आज उनकी उम्र 40 साल हो गई है लेकिन जब भी नौकरी से छुट्टी मिलती है वे इनके चाट का स्वाद लेने आ जाते हैं. दूसरे ग्राहक अजय अरोड़ा कहते हैं कि यहां मसाले के करण उन्हें चाट बहुत अच्छी लगती है. वे पिछले 20 साल से इन्हें खा रहे हैं.
स्वाद का फॉर्मूला
प्रमोद बताते हैं कि उन्हें बचपन से खाना और कई तरह की चीजें बनाना पसंद था. उनकी मां किचन में ये बनाती तो वो ध्यान से देखते और धीरे-धीरे मां के हाथों का जादुई स्वाद बेटे के हाथों में भी आ गया. प्रमोद बताते हैं कि पहले उनकी कचौरी 10 रुपये प्रति प्लेट थी जो अब 40 रुपये प्रति प्लेट हो गई है.
Dehradun,Uttarakhand
January 29, 2025, 23:39 IST