मां-बाप होते हुए भी यह बेटी ‘अनाथ’… एक साल से बाल गृह में कैद, रिहाई के लिए भटक रहा यह दंपति



3346189 HYP 0 FEATUREkmc 20230814 163035 मां-बाप होते हुए भी यह बेटी 'अनाथ'... एक साल से बाल गृह में कैद, रिहाई के लिए भटक रहा यह दंपति

हरिकांत शर्मा/आगरा. कुदरत भी कैसे-कैसे रंग दिखाती है, जरूरत नहीं होने पर कोई चीज मिल जाती है और जब उसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो वही चीज दूर हो जाती है. कुछ ऐसा ही आगरा के इस दंपति के साथ भी हुआ. दरअसल, यह मां-बाप 8 साल की बेटी की रिहाई के लिए दर-दर भटक रहे हैं, पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही. अब मामला सीडब्ल्यूसी के अफसरों के हाथ में है, वही तय करेंगे कि बच्ची का क्या होगा.

आगरा के नंदलालपुर में टेडी बगिया की रहने वाली मीना पति अरमान के साथ हाथों में बैनर लेकर शहीद स्मारक पर पहुंची. आगरा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से अपनी बच्ची को आजाद कराने की गुहार लगाई. मीना की 8 साल की बच्ची कायनात पंचकुइयां स्थित बालगृह में 1 साल से कैद है. मीना आगरा प्रशासन और अधिकारियों से हाथ जोड़कर मन्नते मांग रही है, लेकिन कोई पिघल नहीं रहा.

यह भी पढ़ें इसे कहते हैं… रब ने बना दी जोड़ी; रशिया की यूना को वृंदावन में मिला जीवनसाथी

मीना ने अपना दर्द मीडिया के सामने भी बयान किया. मीना ने कहा सभी देश की आजादी का जश्न मना रहे हैं. लेकिन, मेरी बेटी कब आजाद होगी? 8 साल की कायनात 1 साल से आगरा के पंचकुइयां बाल गृह में बंद है. बताया कि बेटी से मिलने के लिए वह एक साल से तड़प रही है. कहा… जिसे आठ साल तक पाला अब वही कैद में है और हम कुछ नहीं कर पा रहे.

किन्नर छोड़ गई थी बच्ची
आगरा के समाज सेवी नरेश पारस इस दंपति को न्याय दिलाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. नरेश पारस ने बताया कि 8 साल पहले अंजली नाम की किन्नर एक नवजात बच्ची को मीना के पास छोड़कर चली गई थी. उस वक्त मीना ने बच्ची को लेने से इनकार किया. लेकिन, किन्नर जबरदस्ती उसे बच्ची थमा कर लौट गई. मीना ने बच्ची का 8 सालों तक पालन पोषण किया और उसका इंग्लिश मीडियम स्कूल में दाखिला भी कराया.

फिर कर लिया था अपहरण
नरेश ने आगे बताया कि 8 साल के बाद वह किन्नर वापस आई और मीना से बेटी को मांगने की जिद करने लगी. मौका देख कर अंजली किन्नर बच्ची का अपहरण कर ले गई. पुलिस में शिकायत के बाद पुलिस ने बच्ची को फर्रुखाबाद से बरामद कर मीना और उसके पति के हवाले किया. साथ ही चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने फिट पर्सन बता कर बच्ची को मीना और अरमान की देखरेख में रहने का आदेश जारी किया.

ऐसे बाल गृह पहुंची कायनात
8 महीने बाद किन्नर ने दोबारा सीडब्ल्यूसी में शिकायत की, जिसके बाद कायनात को स्कूल से 2 घंटे के लिए बुलाया गया और उसे बाल गृह में रख दिया गया. तब से बच्ची 1 साल से बाल गृह में बंद है. बाल कल्याण समिति ने आदेश पारित किया है कि बच्ची के मां-बाप की आर्थिक स्थिति अस्थाई है, इसलिए बच्ची को बाल गृह में रखा जाए.

11 बार डीएम से मिले
मां मीना ने बताया अब बच्ची को हमसे मिलने भी नहीं दिया जाता है. हम लोग 11 बार DM से व्यक्तिगत तौर पर मिल चुके हैं, पत्र भी दिए हैं, अपील भी की है. जिला प्रोविजनल अधिकारी, विधायक धर्मपाल, महिला बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य सभी के पास पत्र भेजे चुके हैं, लेकिन कोई भी साथ नहीं दे रहा है. वहीं बेटी भी मां-बाप की याद में बाल गृह में रोती रहती है. उसे उनकी खूब याद आती है.

डीएम ने कहा- होगी जांच
इस मामले में आगरा के डीएम नवनीत सिंह चहल का कहना है कि चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) तय करेगी कि माता-पिता को बच्ची दी जाए या नहीं. जांच के बाद ही मां-बाप को बच्चा मिलेगा. फिलहाल, इस मामले को दिखाया जाएगा.

Tags: Agra news, Ajab Gajab news, Local18, Parents



Source link

x