माइक्रोलास्टिक पहुंचा रही नुकसान! सिगरेट से लेकर कॉस्मेटिक तक, इन चीजों में होती है मौजूद



<p style="text-align: justify;"><strong>Micro Plastic Effect on Environment :</strong> प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए कितनी खतरनाक है, यह लगभग हर शख्स जनता है. लेकिन, क्या आप माइक्रो प्लास्टिक के बारे में जानते हैं? जी हां, माइक्रो प्लास्टिक. आपको जानकर हैरानी होगी कि कपड़े, सिगरेट, कॉस्मेटिक्स आदि में माइक्रो प्लास्टिक पाया जाता है, जो आपकी और पृथ्वी दोनों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं. यूनाइटेड नेशन्स इंवायरमेंट प्रोग्राम (UNEP) की एक रिपोर्ट बताती है कि इन चीजों के लगातार इस्तेमाल से पृथ्वी पर प्लास्टिक का ढेर बढ़ता जा रहा है, क्योंकि इनमें माइक्रो प्लास्टिक पाया जाता है.&nbsp;</p>
<h3 style="text-align: justify;">माइक्रोप्लास्टिक से ऐसे बन रही चैन</h3>
<p style="text-align: justify;">प्लास्टिक के छोटे पार्टिकल्स यानी माइक्रोप्लास्टिक को फैक्ट्री समुंद्र में बहा देती हैं. फिर मछलियां या समुद्री जीव इसे निगल लेते हैं. इससे समुंद्री जीवों को कम भूख लगती है. इससे उनके व्यवहार और DNA में भी बदलाव दिखाई देने लगता है. कई जीव को सांस की दिक्कत आती है. अब अगर कोई इंसान सी-फूड खाता है तो ये माइक्रो प्लास्टिक उसके शरीर में भी आ जाते हैं. इससे शरीर में कई खतरनाक बदलाव देखने को मिलते हैं.<br />&nbsp;<br />UNEP की मरीन एंड फ्रेशवॉटर ब्रांच की हेड लेटिसिया कार्वाल्हो के अनुसार, माइक्रोप्लास्टिक की वजह से समुद्री जीवों के साथ इंसानों को खतरा अभी शुरू ही हुआ है. इसे बढ़ने से रोका जा सकता है. उनके अनुसार, इस दिशा में काम कर इंसान और जीव की हेल्थ को बढ़ाया जा सकता है.&nbsp;</p>
<h3 style="text-align: justify;">माइक्रोप्लास्टिक डेली यूज की चीजों से कनेक्शन&nbsp;</h3>
<p style="text-align: justify;"><strong>1.</strong> समुद्र के किनारे सिगरेट से बना माइक्रो प्लास्टिक के कचरा बहुत पाया जाता है. कई लोग इस बात से अनजान हैं, लेकिन सिगरेट के फिल्टर में प्लास्टिक होता है, जिसे &nbsp;सेल्युलोज एसीटेट फाइबर भी कहते हैं. आंकड़े बताते हैं कि हर साल 100 करोड़ लोग 6 लाख करोड़ सिगरेट पीते हैं. यह लोग जमकर अपनी जान के साथ साथ अन्य लोगों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं.&nbsp;<br />&nbsp;<br /><strong>2.</strong> कपड़ों से भी माइक्रो प्लास्टिक निकलता है. यह पॉलिस्टर, नायलॉन, एक्रिलिक के कपड़ों में पाया जाता है. कपड़ों के मामले में माइक्रोप्लास्टिक को माइक्रोफाइबर भी कहते हैं. &nbsp;पॉलिस्टर, नायलॉन, एक्रिलिक के कपड़ों को &nbsp;धोने पर ये माइक्रो प्लास्टिक निकलकर समुंद्र में जा मिलता है. &nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>3.</strong> क्या आपको मालूम है कि आप जिस साबुन, टूथपेस्ट, डियोड्रेंट आदि को इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे टेक्सचर देने के लिए माइक्रोप्लास्टिक की मिलावट की जाती है. इन प्रोडक्ट में मिलाने के लिए खास माइक्रोप्लास्टिक तैयार किया जाता है. इन प्रोडक्ट के इस्तेमाल से माइक्रो प्लास्टिक सीधे हमारी स्किन में चला जाता है. लिपस्टिक और लिपबाम में भी माइक्रोप्लास्टिक पाया गया है, जो सीधे आपके पेट में जाता है. स्किन के ऊपर इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट में पाया जाने वाला माइक्रो प्लास्टिक स्किन के ऊपर रहता है, जो नहाने पर समुंद्र में चला जाता है.&nbsp;</p>
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