मो. यूनुस की तरह ये नेता भी बने राष्ट्रपति, शेख हसीना को लेकर दी ऐसी सलाह कि तिलमिला जाएंगे मुख्य सलाहकार


पल्की शर्मा
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की दिल्ली में मौजूदगी पर ढाका की अंतरिम सरकार बार-बार सवाल उठाती है. अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर यूनुस और उनके मंत्री भारत से शेख हसीना को बांग्लादेश को सौंपने की मांग भी करते हैं. इस बीच इस पूरे विवाद में एक और पड़ोसी देश कूद पड़ा है. पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने फर्स्ट पोस्ट को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम को भारत में ही रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हैं जब नेता अपना देश छोड़कर विदेश में रहने चले जाते हैं. अगर वह अपने देश से बाहर हैं तो उनको बाहर रहने दिया जाए. हम सभी बांग्लादेश में सामान्य स्थिति देखना चाहते हैं.

शेख हसीना को बांग्लादेश को सौंपने का मुद्दा काफी हद तक एक भावनात्मक बन चुका है. क्योंकि हाल के दिनों में बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाएं देखी गई हैं. रानिल विक्रमसिंघे से जब यह पूछा गया कि वह भारत और बांग्लादेश को क्या सलाह देंगे तो उन्होंने कहा कि पहले बांग्लादेश में स्थायित्व की जरूरत है. लोगों में भरोसा पैदा करने की जरूरत है. जहां तक शेख हसीना की बात है तो यह एक राजनीतिक मसला है. उसका समाधान उसी रूप में निकालना चाहिए. दुनिया में कई नेता विदेश जाते हैं और वहां रहते हैं. इस वक्त बांग्लादेश में स्थायित्व पर फोकस होना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्थायित्व आने के बाद बांग्लादेश की जनता को तय करना है कि उनके देश का नेतृत्व कौन करेगा.

वर्ष 2022 में श्रीलंका की स्थिति भी काफी हद तक बांग्लादेश जैसी थी. महंगाई की वजह से देश का हाल बुरा हो गया है. लोगों को जरूरी चीजों के लिए घंटे लाइन में खड़ा होना पड़ता था. उस वक्त जनता के विरोध के बाद देश के राष्ट्रपति रहे गोटाबाया राजपक्षे को पद छोड़ना पड़ा था. इसके बाद विक्रमसिंघे को एक सर्वमान्य चेहरे के रूप में देश का राष्ट्रपति बनाया गया. अब श्रीलंका में चुनाव हो रहा है. यहां शनिवार को राष्ट्रपति पद के लिए वोट डाले जाएंगे.

FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 16:03 IST



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