यह एक गाय आपको बना सकती है लखपति, घर में रखने से दूध, घी और पैसों की नहीं होगी कमी



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जहानाबाद : हमारे देश में खेती के साथ पशुपालन शुरुआत से ही जीविकोपार्जन का मुख्य स्रोत माना जाता रहा है. हालांकि, समय के साथ पशुपालन करने के तौर तरीके बदले हैं. आज सिर्फ पशुपालन कर कई लोग अच्छी कमाई कर रहे हैं. इसकी वजह पशुपालन का तरीका है. पशुपालन में लोग दूध के साथ-साथ उससे बनने वाले प्रोडक्ट का भी व्यापार कर रहे हैं, जिससे उनकी रोजी-रोटी के साथ कुछ पैसे भी बच जाए. जहानाबाद के घोसी प्रखंड स्थित देहुनी गांव के रहने वाले हिमांशु अपने पिता के साथ मिलकर पशुपालन को बेहतर तरीके से कर रहे हैं. उनके पास अभी कुल गाय और बछड़े मिलाकर 22 की संख्या में पशु है.

10 साल पहले हिमांशु के पिता ने इसकी शुरुआत की थी. तब तब उनके पास सिर्फ देशी गाय थी. बदलती सोच से आज इसी देसी गाय को ब्रीडिंग करवा कर अलग-अलग नस्ल की गाय उनके पास मौजूद हैं. रोजाना उनके यहां करीब करीब 200 लीटर दूध उत्पादन हो रहा है. इस दूध को वह डेयरी के साथ-साथ घर भी पहुंचाने का काम करते हैं. उनके यहां अभी साहीवाल, रेड सिंधी, जर्सी, होलिस्टन फ्रीजियन नस्ल की गाय हैं. शुरुआत के मुकाबले आज वह बेहतर स्थिति में है. पशुपालन से उनकी कमाई अच्छी खासी हो रही है.

ये गाय 40 से 50 लीटर तक करती है दूध
पशुपालन कर रहे हिमांशु के पिता ने बताया कि हमारे पास एचएफ गाय अभी मौजूद है. इसकी खासियत पर उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि इस गाय की दूध देने की प्रतिदिन की क्षमता 40 से 50 लीटर है. वहीं, इसके खान-पान में कुल खर्च प्रतिदिन के हिसाब से ₹400 तक हो जाता है. अगर इसकी कीमत की बात की जाए तो यहां के किसान से खरीदने पर 70 से 80 हजार रुपए तक कीमत जा सकती है. वही बात करें साहिवाल और गिर नस्ल की गाय की तो इसकी खासियत यह है कि इसके दूध महंगे बिकने हैं. यह नस्ल हमारे पास में भी मौजूद है. गिर नस्ल की गाय की पहचान की बात करें तो इसके कान लंबे होते हैं. वही सर भी चौड़ा होता है.

पशुपालन से हो सकती है अच्छी आमदनी 
हिमांशु ने लोकल 18 से बताया कि हम अभी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं. इसके साथ-साथ पशुपालन में भी पिता को सहयोग कर देते हैं. पशुपालन को बेहतर ढंग से करने के लिए हम कृषि विज्ञान केंद्र गंधार में जाकर ट्रेनिंग ले रहे हैं. वहां मौजूद पशु एक्सपर्ट डॉ दिनेश महतो से लगातार संपर्क में रहते हैं. पढ़ाई और पशुपालन के लिए अलग-अलग समय तय कर रखे हैं. ताकि ना पढ़ाई बाधा बन सके और नहीं पशुपालन का काम बिगड़ सके. हम पिछले दो साल से पशुपालन से जुड़े हुए हैं. हिमांशु के पिता ने बताया कि आमदनी की बात करें तो, आप बाहर जाकर 10 से 20 हजार रुपए तक कमा लेते हैं लेकिन यह ऐसा व्यवसाय है जो घर बैठे दो से तीन गुना आपकी कमाई से ज्यादा मुनाफा दे सकता है.

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