यूनिसेक्स सैलून खोलने पर झेलना पड़ा विरोध, आज काम सिखा महिलाओं को बना रहीं आत्मनिर्भर, कई पुरस्कार जीत चुकी हैं अंजलि


मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में जहां लाखों की संख्या में पुरुष और महिलाएं एक ही दफ्तर में काम करते हैं, वहीं मुंबई से कुछ दूर नलासोपार में कुछ लोगों को पुरुष और महिला एक पार्लर में साथ काम करें, यह पसंद नहीं. ऐसी मानसिकता को बदलकर एक महिला ने नलासोपर का पहला यूनिसेक्स सैलून शुरू किया है. इतना ही नहीं, वह महिला लड़के-लड़कियों और महिलाओं को पार्लर का काम भी सिखाती है. उसका मकसद है महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना.

अंजलि हेयर एंड अफेयर सैलून की मालकिन अंजलि रोजारियो ने Local 18 से बात करते हुए बताया कि इन्होंने जब यह यूनिसेक्स सैलून खोलने की बात की, तो आसपास के लोगों ने उनका विरोध किया. इनके खुद के घरवाले इनके खिलाफ थे. उन्होंने यह बड़ा कदम उठाया और फिर आसपास की लड़कियों समेत कई महिलाओं को पार्लर का काम सिखाना शुरू किया. कई स्टूडेंट्स के मां-बाप ने भी उनका विरोध किया. उन्होंने कुछ गैर-सरकारी संगठन और महिला संगठनों की मदद लेकर महिलाओं को और उनके घरवालों को समझाया. अब तक इनके पास से पार्लर का काम सीखे हुए कई महिलाओं ने खुद का पार्लर खोल लिया है.

सौंदर्य जगत में जीत चुकी हैं कई पुरस्कार

अंजलि रोजारियो अब तक कई पुरस्कार जीत चुकी हैं. मैट्रिक्स हेयर ट्रांसफार्मर 2022 और 2023 दोनों इन्होंने जीते हैं. बेस्ट 100 इण्डियन इंफ्ल्यूएंसर में भी उन्हें पुरस्कार मिल चुका है. शाबास नारी 2024 का पुरस्कार भी उनके नाम है. इन सबके अलावा अंजलि को दिल्ली में बेस्ट डॉक्टरेट का पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्होंने अब तक मेकअप और हेयर से जुड़ी चीजों के लिए कई देशों में जाकर ट्रेनिंग ली है.

FIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 24:14 IST



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