ये डेटा तय करेंगे बाजार की दिशा, आप भी रखें नजर, मुनाफा पाने में मिलेगी मदद


नई दिल्ली. बीते हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट रही. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 156.61 अंक या 0.19 फीसदी नीचे आया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 110.2 अंक या 0.44 फीसदी की गिरावट आई. स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा 21 अक्टूबर से शुरू होने वाले हफ्ते में कंपनियों के तिमाही नतीजों, ग्लोबल ट्रेड और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी. एनालिस्ट ने यह राय जताते हुए कहा कि हफ्ते के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौड़ ने कहा कि कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों पर सभी की निगाह रहेगी. इसके अलावा इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव की वजह से जियो-पॉलिटिकल रिस्क बढ़ने की आशंका है, जिससे कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ सकता है तथा बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) अभी तक भारतीय बाजार के प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाते रहे हैं. उनका ट्रेंड ग्लोबल आर्थिक परिस्थितियों और घरेलू राजनीतिक घटनाक्रम पर निर्भर करेगा.’’

कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘किसी भी प्रमुख इंडिकेटर के अभाव में बाजार भागीदारों की निगाह कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी. सबसे पहले वे एचडीएफसी बैंक और कोटक बैंक जैसे बड़े बैंकों के परिणामों पर प्रतिक्रिया देंगे. इसके बाद आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (HPCL) और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी कंपनियां भी अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी.’’

सतर्कता बरत रहे हैं निवेशक
इसके अलावा सप्ताह के दौरान बजाज हाउसिंग फाइनेंस, अदाणी ग्रीन एनर्जी, बजाज फाइनेंस, वन97 कम्युनिकेशंस, जोमैटो, बजाज फिनसर्व और बैंक ऑफ बड़ौदा के भी तिमाही नतीजे आएंगे. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितता, चीनी अर्थव्यवस्था में सुस्ती और घरेलू बाजारों से लगातार एफआईआई की निकासी के कारण निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं. पिछले सप्ताह फॉरेन फंड की भारी निकासी से घरेलू बाजार में गिरावट आई.’’

FII की बिकवाली की उम्मीद
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘एफआईआई की बिकवाली और डीआईआई की खरीद का ट्रेंड निकट भविष्य में बरकरार रहने की संभावना है. एफआईआई की बिकवाली की वजह भारत में हायर वैल्यूएशन और चीन के शेयरों का सस्ता वैल्यूएशन है.’’

Tags: Share market, Stock market



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