राजकुमारी के लिए नाखून से खोद दिया झील, फिर राजा की मां ने किया छल, जानें रसिया बालम की अधूरी प्रेम कहानी


​दर्शन शर्मा/सिरोही : – राजस्थान की सबसे ऊंची झील माउंट आबू की नक्की झील है. समुद्र तल से करीब 1200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये मीठे पानी की झील हमेशा से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है. अरावली पर्वतमाला की सुंदर वादियों के बीच बनी ये झील का इतिहास सैकडों वर्ष पुराना है. नक्की झील करीब 2.5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है. झील के मुख्य द्वार पर एक गांधी वाटिका बनी हुई है. इस पार्क में हरियाली के बीच पर्यटक कुछ समय बीता सकते हैं.

आसपास काफी खाने-पीने व खरीदारी के लिए दुकानें हैं. यहां पारम्परिक वेशभूषा में फोटो खींचवाने के लिए भी कई दुकाने हैं. गांधी वाटिका से प्रवेश करने के बाद अंदर बोट हाउस बना हुआ है, जहां बोटिंग के लिए शिकारा बोट व पैडल बोट का पर्यटक आनंद ले सकते हैं. झील में एक फव्वारा लगा हुआ, जिससे निकलने वाले पानी की धार करीब 70-80 फीट ऊंचाई तक जाती है. नक्की झील में राजस्थान के अलावा देश-विदेश से पर्यटक यहां के नजारों का लुत्फ उठाने आते हैं.

अधूरी प्रेम कहानी की निशानी है नक्की झील
झील को लेकर यहां प्रसिद्ध किवदंती के मुताबिक यहां के राजा ने अपनी बेटी के विवाह के लिए शर्त रखी थी कि जो भी व्यक्ति एक रात में बिना किसी औजार के झील खोद देगा, उसी से राजकुमारी का विवाह करवाया जाएगा. जिस पर रसिया बालम नाम के शिल्पकार ने इस शर्त को पूरा कर अपने नाखूनों से एक रात में झील को खोद दी, लेकिन राजा की मां ने रात में ही मुर्गे की आवाज निकाल दी. जिससे रसिया बालम को लगा, वह शर्त हार गया है. इस अधूरी प्रेम कहानी के बाद माउंट आबू की इस झील का नाम नख की झील पड़ा. बाद में समय के साथ इसका नाम नक्की झील हो गया. यहां देलवाड़ा जैन मंदिर के पीछे कुंवारी कन्या व रसिया बालम का मंदिर बना हुआ है. लेटिटिया एलिजाबेथ लैंडन ने 1839 में आबू के माउंटेन-लेक पर एच. मेलविले हिंदू टेम्पल्स द्वारा बनाई गई एक पेंटिंग का काव्यात्मक चित्रण किया गया था.

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बोटिंग के लिए ये है रेट्स
झील में आधे घंटे पैडल बोट से बोटिंग के प्रति व्यक्ति 236 रुपए और शिकारा बोट में प्रति व्यक्ति 300 रुपए चार्ज रहता है. वहीं स्पेशल शिकारा बोट व स्पेशल पैडल बोट में आधे घंटे 472 रुपए प्रति व्यक्ति चार्ज रहता है. माउंट आबू पहुंचने के ​लिए आप रोड से रेलवे स्टेशन आ सकते हैं. यहां से करीब 21 किलोमीटर सड़क मार्ग से माउंट आबू नक्की झील पहुंच सकते हैं. वहीं सबसे नजदीकी एयरपोर्ट उदयपुर यहां से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर है.

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