राजस्‍थान SI भर्ती पेपर लीक मामले के 3 आरोपियों के लिए चला स्‍पेशल ऑपरेशन, पुलिस ने किए खुलासे, नहीं होगा यकीन


विष्‍णु शर्मा
जयपुर. राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में पिछले कई महीनों से फरार चल रहे 75 हजार रुपए के ईनामी ओमप्रकाश ढाका, 70 हजार रुपए की ईनामी छम्मी बिश्नोई और 25 हजार रुपए का ईनामी सुनील अब एसओजी की गिरफ्त में है. जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार की अगुवाई में गठित स्पेशल पुलिस टीम साइक्लोन ने करीब 3 महीने 2 अलग अलग गोपनीय ऑपरेशन चलाए.  इस ऑपरेशन में शामिल कोई पुलिसकर्मी घरेलू गैस सिलेंडर का डिलीवरी मैन बना तो कोई यूपी में बरसाने के मीरा कृष्ण मंदिर में श्रद्दालु. आखिरकार पुलिस से लुकाछिपी खेल रहे तीनों आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा.

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि कई ऑपरेशन चलाए गए. इन्‍हें ऑपरेशन राजवृक्ष, ऑपरेशन डीप ब्लू और ऑपरेशन शिव बंगा नाम दिया गया. आईजी विकास कुमार ने बताया कि 70 हजार रुपए की ईनामी छम्मी को पकड़ने के लिए विशेष ऑपरेशन को ऑपरेशन राजवृक्ष नाम दिया गया. वहीं, सुनील को पकड़ने के लिए ऑपरेशन डीप ब्लू और ओमप्रकाश गोदारा को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शिव बंगा नाम दिया गया. रेंज आईजी विकास कुमार ने इन पुलिस ऑपरेशन के विशेष नाम रखने की वजह भी बताई.

सिलेंडर डिलीवरी मैन बनकर ओमप्रकाश ढाका व सुनील को पकड़ा
आईजी रेंज आईजी विकास कुमार के मुताबिक पुलिस को 17 डिजीट का एक नंबर सुबह 3 बजे मोबाइल फोन पर आया. ये नंबर एक गैस कंपनी का था. इसके करीब 20 मिनट बाद ये नंबर किसके पास है; वह आईडी पुलिस को मिल गई. इसी नंबरों के आधार पर पुलिस ने गैस एजेंसी और पेट्रोलियम से संपर्क किया. इसके बाद आईडी और एड्रेस के आधार पर पुलिस अगले दिन हैदराबाद में उस जगह पहुंच गई जहां सुनील और ओमप्रकाश छिपे हुए थे. यहां स्पेशल टीम के पुलिसकर्मी को घरेलू गैस सिलेंडर पहुंचाने के लिए डिलीवरी मैन बनाया गया.

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कृष्ण भक्त बनकर मंदिरों में छम्मी की तलाश में बरसाने में घूमती रही पुलिस
आईजी विकास कुमार के सुपरविजन में दूसरा ऑपरेशन राजवृक्ष 70 हजार रुपए की ईनामी महिला सरकारी टीचर छम्मी को पकड़ने के लिए उत्तरप्रदेश के मथुरा व बरसाना में चलाया गया. पुलिस को पता चला कि फरारी के दौरान छम्मी बिश्नोई मीरा व कृष्ण की भक्त हो गई है. ऐसे में पुलिस टीम को श्रद्धालु बनाकर बरसाना व मथुरा के मंदिरों में भेजा गया. पुलिस के हाथ एक ऐसा वीडियो भी लगा. जिसमें एक गो यात्रा में आरती करते हुए छम्मी नजर आ गई. बस, वहीं पुलिस ने श्रद्धालु बनकर छम्मी को पकड़ा. इस तरह पुलिस ने हैदराबाद और यूपी में दो विशेष ऑपरेशन चलाए. इनमें छम्मी को पकड़ने के लिए यूपी में ऑपरेशन चलाया गया.

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फरारी काटने के लिए भगवान कृष्‍ण की भक्‍त बनकर गो आरती कर रही थी छम्‍मी
उसकी फरारी के दौरान पारिवारिक पृष्ठभूमि पर फोकस कर मीरा और राधा के पैटर्न पर चल रही है. छम्मी की एक रिश्तेदार बहन के जरिए उसका क्लू मिला. वहीं, एक गो यात्रा में मकान मालकिन के साथ आरती कर रही छम्मी को पकड़ा. दूसरे ऑपरेशन के लिए सुनील और ओमप्रकाश के लिए हैदराबाद में चलाया गया. इनके मददगार विदेश में रहते हैं. उनकी तकनीकी रुप से जांच करने पर हैदराबाद पुलिस के रडार पर आया. हैदराबाद में ही राजस्थान के रहने वाले कुछ लोगों पर शक हुआ. लेकिन ये दोनों इतने शातिर थे कि टैक्नीकल डिवाइस को उपयोग में नहीं ले रहे थे.

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टीवी चैनल और सिलेंडर की खपत से लगा पता
टीवी पैटर्न और घरेलू गैस सिलेंडर की खपत के आधार पर पुलिस ने 19 लोगों को चिन्हित किया. इनमें एक फेब्रिकेशन करने वाले एक कारीगर के घर पर ही सिलेंडर की खपत ज्यादा होने का पता चला. साथ ही, उसके यहां राजस्थान के चैनल्स ज्यादा चलने की जानकारी भी पुलिस ने जुटा ली. इस बीच सिलेंडर की डिलीवरी आईडी पुलिस के हाथ लगी और पुलिस का ऑपरेशन सफल हो गया.

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