राज्यपाल आनंदी बेन को बेहद पंसद है यह आटा, किसान जमील अहमद करते हैं तैयार, नाम रखा है काशी प्रांत


सुलतानपुर: भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि को ग्रामीण समाज के लोगों के व्यापार का मुख्य साधन माना जाता है. अपने इसी साधन को सुलभ और सुगम बनाते हुए सुलतानपुर के रहने वाले किसान जमील अहमद ने मोटे अनाज की खेती की और अब इसका आटा बनाकर हजारों की कमाई कर रहे हैं. इसके साथ ही दूसरे लोगों के लिए प्रेरणास्रोत का काम कर रहे हैं. वे अनाज में गेहूं, मक्का, बाजरा आदि का जैविक आटा तैयार कर सुलतानपुर समेत आसपास के जिलों में सप्लाई करते हैं. हालांकि उनके इस कृषि व्यवसाय में आर्थिक समस्या चुनौती के रूप में रही है.

इस नाम से बनाते हैं आटा

किसान जमील अहमद ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि वह आटे को जिस ब्रांड से बाजार में बेच रहे हैं. उसका नाम काशी प्रांत रखा गया है. जिसका मकसद अवध और पूर्वांचल में अलग पहचान स्थापित करना है. साथ ही लोगों को रासायनिक खाद रहित आटा उपलब्ध कराया जा सके और लोग जैविक अनाज का आटा उपयोग में ला सके.

राज्यपाल खाती हैं यहां का आटा

जैविक खाद से तैयार गेहूं और मोटे अनाज से जमील अहमद द्वारा तैयार किया गया आटा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा भी मंगाया जाता है. इसके लिए उनको सम्मानित भी किया जा चुका है. जमील अहमद जैविक खाद की खेती के लिए लोगों का प्रेरणा स्रोत बनकर उभर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने पीएम ईजीपी योजना के तहत बैंक से लोन लिया और आटा मिल इकाई स्थापित की, जिससे वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.

मिल चुका है कई सम्मान

किसान जमील अहमद को खेती में बेहतर कार्य करने के लिए कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है, जिसमें उनको उत्तर प्रदेश पुष्प प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार, नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हो चुका है. मात्र 10वीं तक पढ़ाई किए जमील अपने पिता अब्दुल हसन को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं से प्रेरणा लेकर अद्भुत खेती का कार्य कर रहे हैं.

Tags: Local18, Sultanpur news



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