रैपिड रेल में लगा ऐसा एयर कंडीशनिंग सिस्टम, सफर करते वक्त यात्रियों का नहीं निकलेगा एक भी बूंद पसीना
मेरठ: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का 34 किमी लंबा परिचालित खंड भीषण गर्मी के बीच यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रहा है, जो यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान कर रहा है. नमो भारत ट्रेनों में अत्याधुनिक एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगा है, जो यात्रियों को चिलचिलाती गर्मी से बचाने में मददगार बन रहा है.
विशेष रूप से सड़क पर यात्रा के दौरान यात्रियों को अक्सर न केवल गर्मी बल्कि धूल और प्रदूषण का भी सामना करना पड़ता है. साहिबाबाद से मोदी नगर नॉर्थ के बीच के सेक्शन में यात्रियों के लिए नमो भारत जैसी कोई विश्वसनीय और आरामदायक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली नहीं थी. इसलिए लोग अब आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा के लिए नमो भारत ट्रेनों में सफर करने को प्राथमिकता दे रहे हैं.
यात्रियों को आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए हर ट्रेन के कोच का तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस रखा जाता है. हालांकि इसे मौसम के हिसाब से बदला भी जाता है. गर्मी, सर्दी और मॉनसून आदि में जरूरतानुसार ट्रेन के भीतर के तापमान में परिवर्तन किया जा सकता है. सबसे अधिक ठंडक की जरूरत गर्मी के मौसम में होती है. अब तक नमो भारत में 10 लाख लोगों ने सफर किया है. शुरुआत में 17 किलोमीटर के सेक्शन का उद्घाटन अक्टूबर 2023 में किया गया था और उसके बाद मार्च 2024 से 17 किमी के सेक्शन को और परिचालित किया गया. वर्तमान में यात्रियों के लिए 34 किलोमीटर का सेक्शन संचालित है.
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समय-समय पर होती है ट्रेन में लगी एसी सिस्टम की जांच
इसके अलावा वातानुकूलित हवा को बचाए रखने के लिए नमो भारत ट्रेन के दरवाजे पैसेंजर कंट्रोल मोड में चलते हैं यानी हर स्टेशन पर दरवाजे खुद नहीं खुलते हैं, बल्कि उन्हें खोलने के लिए यात्री को ही पुश बटन दबाना होता है. देश में ऐसी प्रणाली पहली बार केवल नमो भारत ट्रेन में ही इस्तेमाल की जा रही है. ट्रेन के एसी सिस्टम का नियमित रूप से रखरखाव किया जाता है, समय-समय पर इसकी जांच होती है. एसी फिल्टर भी तय समय पर साफ किए जाते हैं जो अमूमन हर 15 दिन पर होता है.
मुफ्त में यात्रियों को दी जा रही पानी की सुविधा
नमो भारत ट्रेन के प्लेटफॉर्म और स्टेशन इस तरह से डिजाइन किए गए हैं जो खुले और हवादार हैं. इनकी ऊंचाई 20 मीटर से भी ज्यादा है, ऐसे में ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर गर्मी कम महसूस होती है. वहीं, प्रीमियम लाउंज में यात्रियों के लिए हवादार पंखा भी लगाया गया है. इसके अलावा स्टेशन पर साफ और शुद्ध पेयजल की सुविधा भी मुफ्त में यात्रियों को दी जा रही है.
दिल्ली-मेरठ के पूरे कॉरिडोर के जून-2025 तक चालू होने का लक्ष्य
भारत की पहली सेमी हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन फिलहाल साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ तक के 34 किलोमीटर सेक्शन पर संचालित हो रही है. हर 15 मिनट पर ये ट्रेन यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही है. दिल्ली-मेरठ के पूरे कॉरिडोर के जून-2025 तक चालू होने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक के रूट पर चलने वाली मेरठ मेट्रो एमआरटीएस परियोजना भी शामिल है.
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FIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 20:48 IST