लड़का होगा या लड़की? ये दादी अम्मा टोटके से बता देती हैं ‘सच’, यहां लगती है गर्भवतियों की लाइन
छतरपुर: गर्भ में पल रहे भ्रूण का जेंडर बताना आज के समय में कानूनन जुर्म है. देश के सभी अस्पतालों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर इस तरह की सूचना जागरूकता के लिए लगाई जाती है. लेकिन, मध्य प्रदेश के छतरपुर में रहने वाली एक दादी अम्मा के टोटके तमाम माता-पिता की लड़का या लड़की को लेकर उठी जिज्ञासा को शांत करे हैं.
प्रेम बाई नाम की दादी अम्मा का दावा है कि वह कई वर्षों से अपने टोटकों के मध्यम से गर्भवती को बताती आ रही हैं कि उसके लकड़ा होगा या लड़की. 81 वर्षीय प्रेम बाई ने लोकल 18 को बताया कि हमारे ये सभी टोटके गर्भवती महिलाओं के लिए होते हैं. वह सालों से इन्हें करती आ रही हैं और अभी तक ये टोटके सच साबित हुए हैं.
पहले कराई जाती है ये रस्म
प्रेम बाई के मुताबिक, गर्भवती महिला का जब 8वां महीना चल रहा होता है तो इस महीने में अठवासा नाम की एक रस्म होती है. इसके बाद 9वें महीने में पूड़ी बनाने की रस्म की जाती है. इस रस्म में छोटी-छोटी पतली पूड़ी बनाई जाती है. इन पूड़ियों को यहां की भाषा में खकरिया बोलते हैं. क्योंकि ये सूखी छोटी-छोटी पूड़ी होती हैं. इन खकरियों को उन सभी को बांटा जाता है जो यहां इस रस्म में शामिल होती हैं. इसी रस्म के दौरान एक टोटका भी किया जाता है.
ऐसे किया जाता है टोटका
अम्मा का कहना है, एक चने का टोटका है. लोगों को जितने चने बांटे जाते हैं, उतने ही पानी में फुलाए जाते हैं. इन चनों को रात-भर पानी में फुलाकर रखना होता है. सुबह देखा जाता है कि चने अंकुरित हुए या नहीं. अगर एक भी चना अंकुरित नहीं हुआ तो इसका मतलब लड़की होगी. अगर चने अंकुरित हो गए तो इसका मतलब लड़का होगा. अम्मा का कहना है कि सालों से ये टोटका हो रहा है. अभी तक गलत साबित नहीं हुआ है.
ये टोटका कभी नहीं हुआ फेल
अम्मा का दूसरा टोटका दूध से जुड़ा है. अम्मा ने बताया, जब गर्भवती का 9वां महीना चल रहा होता है तो एक और टोटका किया जाता है. इस टोटके के दौरान सबसे पहले मां का बूंद भर दूध लिया जाता है. उसे आग में डाला जाता है. अगर दूध बताशे की तरह फूला तो लड़का होने का संकेत है. अगर दूध आग में जल जाता है तो लड़की होने का संकेत माना जाता है. ये टोटका शत प्रतिशत सच साबित होता है. जब मेरे नाती-पोते हुए थे, तब भी ये टोटका किया था, जो सच साबित हुआ. अम्मा का कहना है कि यह कोई इत्तेफाक नहीं बल्कि प्रमाणित घटना है. इसके अलावा अगर गर्भवती महिला की आंखें सफेद होती हैं तो यह लड़का होने का संकेत होता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारियां और तथ्य दादी अम्मा से बातचीत और मान्यताओं के आधार पर हैं. LOCAL 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.
FIRST PUBLISHED : November 9, 2024, 19:31 IST