लीची में लगने लगे हैं ये कीट, तुरंत अपनाएं ये ट्रिक नहीं तो बर्बाद हो जाएंगे सारे पेड़
Agency:News18 Uttar Pradesh
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Protect litchi tree from Pests : कुछ दिनों में ही ये समस्या खत्म हो सकती है लेकिन किसानों को कुछ कदम उठाने होंगे. इन्हीं कदमों में सबसे जरूरी है कीटनाकशों का छिड़काव, लेकिन क्या छिड़के ऐसा जो इस समस्या से निजात…और पढ़ें
लीची की फसल पर फूल आने से पहले किसान कर लिए उपाय, बंपर होगा उत्पादन
हाइलाइट्स
- लीची के पेड़ों पर कीटनाशक का छिड़काव करें.
- थियामेथोक्सम और कार्बेन्डाजिम+मैनकोजेब का घोल बनाएं.
- जड़ों में भी कीटनाशक का छिड़काव करें.
सहारनपुर. यूपी के सहारनपुर में लीची की बागवानी बढ़ती जा रही है. कुछ समय बाद लीची पर फूल आने शुरू हो जाएंगे. ऐसे में किसानों को सावधान होने की जरूरत है. ये समय है लीची के पेड़ पर लगने वाले कीट और फफूंदियों से अपनी फसल के बचाव का. जरा सी लापरवाही लीची के पेड़ पर आने वाले फल और फूल को देखते ही देखते बर्बाद कर सकती है. सहारनपुर में लीची की बागवानी में कीटों और फफूंदी का प्रकोप देखा भी जा रहा है, जिसे लेकर किसान काफी परेशान हैं.
ऐसे करें छिड़काव
किसानों की परेशानी को दूर करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी और प्रोफेसर डॉ. आईके कुशवाहा ने कुछ टिप्स बताए हैं. उनके अनुसार, इन कीटों से बचाव के लिए थियामेथोक्सम 1 ग्राम प्रति लीटर पानी और कार्बेन्डाजिम+मैनकोजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर लीची पर छिड़काव करें. कुछ ही दिनों में ये समस्या खत्म हो जाएगी और लीची के पेड़ पर अच्छे फूल और फल आएंगे. किसान भाई लीची की जड़ों में भी इसका छिड़काव कर दें. अगर जड़ में छिड़काव नहीं किया तो कुछ कीटों के अवशेष जड़ में रह जाते हैं और वे धीरे-धीरे पूरे पेड़ में दोबारा फैल जाएंगे.
क्या हैं लक्षण
प्रोफेसर आईके कुशवाहा ने लोकल 18 को बताया कि सहारनपुर में बीते 4-5 साल से लीची का क्षेत्रफल बढ़ा है. लीची की बागवानी में कीटों का खतरा भी रहता है. इन दिनों लीची की पत्तियों पर स्केल कीट आ रहे हैं. स्केल कीट लीची के पेड़ों से रस चूस लेते हैं. इससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और अंत में उनका पूरा या आंशिक हिस्सा मर सकता है. इस कीट के कारण पत्तियों में पीला पड़ना, पत्तियों का मुरझाना, पौधों का विकास रुक जाना, पौधे का कमजोर हो जाना, फूल समय से पहले गिरना, शाखाएं और तने सूखना, पौधे का पूरा या आंशिक भाग मरना आदि समस्या देखी जाती हैं.
अगर इस कीट को रोका नहीं किया ये फलों में पहुंचकर उसे भी नष्ट कर देते हैं. अभी फल नहीं आया है इसलिए ये अपने जीवनयापन के लिए लीची में दूसरे तरीके से लगे हैं. लीची की बागवानी करने वाले किसानों के लिए ये अच्छा समय है इन कीटों से अपने पेड़ों को बचाने का. वे लीची पेड़ में फूल आने से पहले इन कीटों को खत्म कर सकते हैं.
Saharanpur,Uttar Pradesh
February 01, 2025, 21:39 IST