वर्ल्ड चैंपियन गुकेश का वनडे वर्ल्ड कप 2011 से निकला खास कनेक्शन, इस महान कोच का मिला साथ
वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का हाल ही में आयोजन किया गया था। जहां भारत के स्टार चेस प्लेयर डी गुकेश ने इतिहास रचा और वह सबसे कम उम्र में चैंपियन बने। उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को हराकर वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। वह सिर्फ 18 साल के हैं। गुकेश ने डिंग लिरेन को 14वीं और अंतिम बाजी में हराया और वर्ल्ड चैंपियन बने। उनकी जीत के बाद हर तरफ उनकी चर्चा शुरू हो गई। गुकेश भारत के लिए यह खिताब जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय हैं। इस जीत के बाद वनडे वर्ल्ड कप 2011 और हॉकी में टीम इंडिया के ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल से गुकेश का खास कनेक्शन निकल कर सामने आया है। अब आप ये सोच रहे होंगे कि भला ऐसा क्या कनेक्शन है। ऐसे में आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
क्या है गुकेश का 2011 वर्ल्ड कप से कनेक्शन
चेस एक दिमागी खेल है। जिसके कारण प्लेयर्स को अपने दिमाग का पूरा इस्तेमाल करना होता है। कई बार ऐसा करते हुए खिलाड़ी तनाव का सामना करते हैं। वहीं उन्हें खुद पर संदेह या घबराहट होने लगी है। इसलिए, खिलाड़ी कई बार मेंटल हेल्थ कोच का सहारा लेते हैं ताकि वें दबाव की स्थिति में खुद को शांत रख सके। इस साल की शुरुआत में गुकेश ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीता था। जिसके बाद उन्हें एक मेंटल हेल्थ कोच की जरूरत थी। जिसके बाद उन्हें पैडी अप्टन का साथ मिला।
पैडी अप्टन वही शख्स हैं जो साल 2008 से 2011 तक भारतीय क्रिकेट टीम के मेंटल कंडीशनिंग और रणनीतिक कोच रह चुके हैं। उनके कोचिंग में ही भारतीय क्रिकेट टीम ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 का खिताब अपने नाम किया था। इसके अलावा भारतीय मेंस हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में जब ब्रॉन्ज नमेडल अपने नाम किया। उस दौरान पैडी अप्टन हॉकी के मानसिक कंडीशनिंग कोच थे। भारत को कई बड़े खेलों में चैंपियन बनाने में पैडी अप्टन का रोल काफी अहम रहा है।
जीत के बाद क्या बोले अप्टन?
अप्टन ने गुकेश की जीत के बाद इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि यदि आप किसी परीक्षा या टेस्ट में अच्छा करना चाहते हैं, तो आपको पूरी किताब का असाधारण रूप से अच्छी तरह से अध्ययन करना होगा। तब आप आत्मविश्वास के साथ उस परीक्षा में जा सकते हैं। आप उम्मीद के साथ नहीं जाते और वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप खिताब के लिए पूरी किताब का अध्ययन करने के मामले में, गुकेश ने पूरी किताब का अध्ययन किया है। हर छोटी-छोटी बात में, यहां तक कि वह अपने नींद का मैनेजमेंट कैसे करते हैं, वह अपने खाली समय का मैनेजमेंट कैसे करते हैं, वह खेल के दौरान पल-पल खुद को कैसे मैनेज करते हैं। हम एक असाधारण रूप से अच्छी तरह से तैयार पेशेवर को देख रहे हैं।
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