शराब छुड़ाना हुआ आसान, दिल्‍ली महिला आयोग कर रहा मदद, स्‍वाति मालीवाल बोलीं, पीड़ित परिवार 181 पर कॉल करें



sharab शराब छुड़ाना हुआ आसान, दिल्‍ली महिला आयोग कर रहा मदद, स्‍वाति मालीवाल बोलीं, पीड़ित परिवार 181 पर कॉल करें

How to Stop Drinking Alcohol: ये कहानी है कि सरस्वती और उसके 36 साल के पति अरविंद की. वे यूपी से हैं और दिल्ली के कड़कड़डूमा में एक पुनर्वास कॉलोनी में रहते हैं. उनकी एक बेटी है और वह अभी गर्भवती है. अरविंद पिछले 8-9 सालों से शराब की लत से जूझ रहा था और अपनी मासिक सैलरी का आधे से ज्यादा हिस्सा शराब पर खर्च कर देता था. वह अक्सर अपनी पत्नी और बेटी के साथ मारपीट करता था. इसके बाद सरस्‍वती ने दिल्‍ली महिला आयोग की मदद ली और पिछले डेढ़ साल से परिवार शांति से जी रहा है. ऐसा ही एक और किस्‍सा 34 साल की सुनीता का है. पति और बच्चों के साथ मंडावली में रह रही सुनीता का पति बहुत शराब पीता था और उसे तथा उसके बच्चों को पीटता था. वह उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं चाहती थी और उसे छोड़ना भी नहीं चाहती थी. इसके बाद दिल्‍ली महिला आयोग ने उसकी मदद की और उसका पति आज शराब पूरी तरह छोड़ चुका है.

बता दें कि शराब की लत से जूझते परिवारों को दिल्‍ली महिला आयोग निशुल्‍क रूप से मदद प्रदान कर रहा है. आयोग की ओर से शराब के आदी लोगों परिवारों की मदद के लिए अल-अनोन फेलोशिप कार्यक्रम के साथ साझेदारी की जा रही है. इसके लिए पीड़‍ित परिवार आयोग की हेल्‍पलाइन नंबर 181 पर कॉल कर सकते हैं.

दिल्‍ली में शराबखोरी एक पारिवारिक बीमारी बन गई है जो न केवल शराबी को प्रभावित करती है बल्कि परिजनों का भी जीवन खराब करती है. शराब की वजह से सबसे ज्‍यादा परेशान शराबी के नजदीकी लोग होते हैं जिनका ज्‍यादातर समय शराबी पर खर्च होता है. जैसे कि वह क्‍या करता है, कहां है, कितनी शराब पी रहा है, ठीक है या नहीं है. परिजन शराब छुड़ाने की भी कोशिश करते हैं लेकिन नुकसान उठाते हैं. हालांकि अब दिल्‍ली महिला आयोग ऐसे लोगों की मदद कर रहा है.

आयोग ऐसे करता है मदद
महिला आयोग आयोग को पति या बेटे की शराब की लत और घरेलू दुर्व्यवहार के खिलाफ समर्थन मांगने वाली महिलाओं की बड़ी संख्या में शिकायतें मिल रही हैं. इससे निपटने के लिए, आयोग ने अल-अनोन परिवार समूहों के साथ सहयोग किया है. यह एक नि:शुल्क विश्वव्यापी फेलोशिप कार्यक्रम है जिसमें शराब के आदी लोगों के परिवार और दोस्त शामिल . ये लोग ‘ट्वेल्व स्टेप प्रोग्राम’ की मदद से शराब की बीमारी से निपटने के लिए एक-दूसरे से मिलकर शक्ति, मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते हैं.

अल-अनोन शराब के आदी लोगों के परिवारों और दोस्तों की नियमित बैठकें आयोजित करता है, जो एक तय कार्यक्रम के तहत एक-दूसरे को सहारा प्रदान करते हैं. ये बैठकें उन लोगों के साथ व्यक्तिगत अनुभव, ताकत के समय और आशा की भावनाओं को साझा करने का अवसर प्रदान करती हैं जो समान परिस्थितियों से गुजर रहे हैं. ये शराब छुड़ाने के अपने तरीके बताते हैं.

आयोग अगस्त 2021 से जमीनी स्तर पर महिला पंचायतों में अल-अनोन की बैठकें आयोजित कर रहा है. वर्तमान में बैठकें ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही हैं. अब तक 52 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें 60 महिला पंचायतों की 14,465 महिलाओं ने भाग लिया है. इन बैठकों के बाद कई सफलता की कहानियां सामने आ चुकी हैं.

आयोग की हेल्‍पलाइन पर करें कॉल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘एल-अनॉन शराब के आदी लोगों के परिवारों और दोस्तों के लिए एक फ्री कार्यक्रम है. दिल्ली में जगह-जगह बैठकें होती रहती हैं, लेकिन झुग्गी बस्तियों और पुनर्वास कॉलोनियों में रहने वाले लोग शायद ही कभी इसका लाभ उठा पाते थे. इसलिए, हमने एल-अनॉन परिवार फेलोशिप कार्यक्रमों के साथ साझेदारी की है ताकि वे हमारी महिला पंचायतों को इस मुद्दे पर जागरूकता पैदा करने में मदद कर सकें और सबसे गरीब लोग इन बैठकों तक पहुंच सकें. अगर आप किसी की शराब की लत के दुष्परिणामों को चुपचाप झेल रहे हैं, तो मदद लेने के लिए कृपया हमारी हेल्पलाइन 181 पर कॉल करें. हम आपको निकटतम एल-अनॉन मीटिंग से जोड़ देंगे.’

इनकी भी छुड़ाई शराब
राजेश देवी उम्र (46) और रामकुमार उम्र (49) दंपति संत नगर बुराड़ी में रहते हैं और उनकी शादी को दो दशक से अधिक समय हो गया है, लेकिन पति ने दस साल पहले भारी शराब पीना शुरू कर दिया था. वह घर पर ही रहता था और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में सक्षम नहीं था और रोजाना सुबह से ही शराब पीता था. वह नशे में धुत होकर हरकतें करता था और कई बार नशे की हालत में अपनी पत्नी और बच्चों को घर से बाहर निकाल देता था. परिवार लंबे समय से चुपचाप ये सब झेल रहा था. पत्नी को महिला पंचायत के माध्यम से अल-आनोन की बैठकों के बारे में पता चला और उन्होंने उसमें भाग लेना शुरू कर दिया. उसने ताकत हासिल की और अपने और अपने बच्चों पर ध्यान देना शुरू कर दिया. उसके व्यवहार में बदलाव देखकर उसके पति को उत्सुकता हुई और उसने भी ऑनलाइन मीटिंग सुनना शुरू कर दिया. इससे उनमें चमत्कारिक परिवर्तन आया और उन्होंने शराब छोड़ दी. पिछले कई महीनों से वह पूरी तरह ठीक हैं. वह हर दिन काम पर जाता है और अपने बच्चों के लिए एक बेहतर पिता बनने लगा है. परिवार के सभी सदस्य इस समय अन्य शराब के आदी लोगों को शराब छोड़ने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.

Tags: Alcohol, Delhi Commission for Women



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