शादी की रोचक प्रथा… नए कपड़े पहनने से पहले दूल्हा-दुल्हन को गांव के सामने करना पड़ता है ये काम
खंडवा: देश में शादियों का सीजन चल रहा है. देश में कई जगह शादी-विवाह से जुड़े कुछ स्थानीय रीति-रिवाज ऐसे होते हैं, जो बेहद रोचक होते हैं. ऐसी ही एक परंपरा मध्य प्रदेश के खंडवा में निभाई जाती है. यहां एक गांव में दूल्हा या दुल्हन नए कपड़े तभी पहन सकते हैं, जब पूरे गांव के सामने रीति का पालन कर लें. यह बड़ी ही रोचक परंपरा है.
खंडवा के समीप भेरूखेड़ा गांव में दूल्हा-दुल्हन तभी नए कपड़े पहन सकते हैं, जब भगवान को नए कपड़े पहना दिए जाएं. इस गांव में राधा-कृष्ण मंदिर है, जहां सालों से यह प्रथा चली आ रही है. यह मंदिर करीब 50 साल पुराना है. गांव में किसी के घर भी शादी हो सबसे पहले नए वस्त्र भगवान को पहनाए जाते हैं. उसके बाद दूल्हा या दुल्हन नए वस्त्र पहन सकते हैं.
पूरा गांव जुटता है…
पुजारी गौरव शर्मा ने लोकल 18 को बताया, यह प्रथा दस साल पुरानी है. गांव में किसी भी घर में शादी होती है तो सर्वप्रथम इस मंदिर में राधा-कृष्ण को नए वस्त्र पहनाए जाते हैं. उसके बाद दुल्हन अथवा दूल्हा नए वस्त्र धारण करता है. जब इस परंपरा को निभाया जाता है, तब पूरा गांव एकत्र होता है. शादी के किसी भी मांगलिक कार्य से पहले यहां विधि विधान से पूजा पाठ कर भगवान को नए वस्त्र पहनाकर प्रसादी वितरण किया जाता है.
पहले हनुमानजी की सेवा…
पुजारी ने बताया, राधा-कृष्ण भगवान हमारे गांव के राजा हैं, इसलिए राजा को सबसे पहले वस्त्र दिए जाते हैं. इसके बाद शादी में आए रिश्तेदारों को नए कपड़े दिए जाते हैं. आज अंबिया परिवार के डॉ. नारायण पटेल के घर शादी विवाह का मांगलिक कार्यक्रम था, इसलिए उन्होंने पहले राधा कृष्ण के मंदिर में नए वस्त्र भेंट किए. हालांकि, सबसे पहले हनुमानजी को चोला पहनाया जाता है. फिर मंदिर में राधा-कृष्ण को वस्त्र पहनाए जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 23:00 IST