संभल का सच सामने आना चाहिए… News18 से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सीएम योगी, बोले- मथुरा-काशी का भी…
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CM Yogi On Sambhal: न्यूज 18 इंडिया के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल का सच सामने आना चाहिए और यही नहीं मथुरा-काशी का भी सच सामने आना चाहिए.

संभल मामले पर सीएम योगी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू पढ़ें.
हाइलाइट्स
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ न्यूज 18 का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.
- सीएम योगी ने इंटरव्यू के दौरान संभल मामले पर की टिप्पणी.
CM Yogi Exclusive Interview: उत्तर प्रदेश के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर सियासी हंगामा सूबे में जारी है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज 18 के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संभल मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. नेटवर्क 18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी के साथ हुई बातचीत में सीएम योगी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि संभल का सच सामने आना चाहिए. साथ ही सीएम योगी ने राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर भी टिप्पणी की.
सवाल- संभल पर एक सवाल मैं थोड़ा अलग तरीके से पूछना चाह रहा हूं. इधर मोहन भगवत जी ने कहा कि हर मस्जिद के नीचे हमें मंदिर नहीं खोजना चाहिए. संभल के परिपेक्ष में आप इसको कैसे देखते हैं?
जवाब- सीएम योगी ने कहा, ‘देखिए संभल से मतलब नहीं था. आपने देखा होगा उसके बाद ऑर्गेनाइजर ने भी और पांचजन्य ने भी ये बहुत स्पष्ट कहा था कि सोमनाथ से संभल तक, ये सत्य को खोजने की एक यात्रा है. श्रद्धेय सरसंघचालक जी ने जो बात कही है, वह उन लोगों के लिए एक संदेश है, जो लोग सस्ती लोकप्रियता हसिल करने के लिए अनावश्यक रूप से हर एक मुद्दे को जबरन उठाने का प्रयास कर रहे हैं. हमें उन मुद्दों को देखना होगा, जिसमें सच्चाई हो और जो सद्भाव के माध्यम से, जिसको वार्ता के माध्यम से आगे बढ़ाया जा सकता है. अनावशयक रूप से हर एक मामले में विवाद की स्थिति खड़ा करना आज के समय में उचित नहीं है. लेकिन हां जो सत्य है उस सत्य से पीछे हटने की भी आवश्यकता नहीं है.’
सवाल- तो संभल में, मथुरा में आपका कम चालू रहेगा?
जवाब- मैं क्या कह रहा हूं. संभल में सच सामने आना चाहिए, मथुरा काशी का भी सच सबके सामने आना चाहिए.
सवाल- अपोजिशन बार-बार एक बात ये जरुर कहता है कि योगी जी जो हैं हरदम मुसलमानों को टारगेट करते हैं. ये पहले हम लोग इस पर बात कर चूके हैं. मगर इससे पहले आजम खान थे तो अब बर्क़ फैमिली है. पहले बकरी की चोरी के केस दर्ज होते थे. अभी बिजली की चोरी के केस दर्ज होते हैं इसपर क्या जवाब है आपका?
जवाब- देखिए हम किसी को टारगेट नहीं करते हैं और उसकी आवश्यकता भी नहीं है. लेकिन जो लोग समाज के सौहार्द को बिगाड़ना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं. अराजकता फैलाना अपना अधिकार मानते हैं, उनको कानून के दायरे में लाना इस सरकर का नैतिक दायित्व भी है और अपने कर्तव्य का पालन सरकर कर रही.
संभल मस्जिद पर हिंदुओं का दावा
बता दें कि संभल की शाही जामा मस्जिद मामले हिंदू पक्ष का दावा है कि यह मंदिर है ना कि मस्जिद है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने याचिका दायर किया हुआ है. इस याचिका में दावा किया गया है कि यह मस्जिद नहीं बल्कि हरिहर मंदिर है. इस याचिका के बाद कोर्ट द्वारा सर्वे का आदेश दिया गया था. मस्जिद के सर्वे के दूसरे दिन संभल में जमकर हिंसा हुई थी. इसमें कई लोगों की मौत हो गई थी.
मोहन भागवत का मस्जिदों के सर्वे पर बयान
वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इस बीच कहा था, ‘राम मंदिर के साथ हिंदुओं की श्रद्धा है. लेकिन राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोगों को लगता है कि वो नई जगहों पर इसी तरह के मुद्दों को उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं. ये स्वीकार्य नहीं है.’ मोहन भागवत के बयान के बाद आरएसएश के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने संभल मस्जिज विवाद पर अपनी कवर स्टोरी पब्लिश की थी. जिसमें कहा गया था कि विवादित स्थलों और सरंचनाओं का वास्तिवक इतिहास जानना जरूरी है.
‘यह लड़ाई धार्मिक श्रेष्ठता के बारे में नहीं’
पत्रिका में कहा गया था कि जिन धार्मिक स्थलों पर आक्रमण किया गया या ध्वस्त किया गया. उनकी सच्चाई जानना सभ्यतागत न्याय को हासिल करने जैसा है. इसके अलावा कहा गया कि सोमनाथ से लेकर संभल और उसके आगे के सच को जानने के लिए यह लड़ाई धार्मिक श्रेष्ठता के बारे में नहीं है. ये हमारी राष्ट्रीय पहचान को साबित करने और सभ्यतागत न्याय के बारे में है.
January 25, 2025, 18:43 IST
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