सतना के सेंट्रल जेल में बन रहा है 4 नया बैरक, 80 कैदियों की बढ़ेगी क्षमता
सतना: सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार कैदियों की ओवर क्राउडिंग को कम करने के लिए सतना जिले की केन्द्रीय जेल में 4 नई बैरकों को बनाने का काम शुरू हो गया है. इसमें 3 बैरक कैदियों के रहने के लिए और एक 20 बेड वाले अस्पताल की बैरक है.
जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 2.58 करोड़ रुपए है. नए बैरकों को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा बनाया जा रहा है. दिसंबर 2025 तक इस निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इन बैरकों के बन जाने से 80 कैदियों की अतिरिक्त क्षमता उपलब्ध होगी.
जेल में 55 बैरक हैं मौजूद
सेंट्रल जेल अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान में जेल की कुल क्षमता 928 बंदियों की है, लेकिन यहां करीब 1,800 से अधिक बंदी मौजूद हैं. नई बैरकों के बन जाने के बाद जेल की क्षमता बढ़कर लगभग 1,000 हो जाएगी. फिलहाल जेल में 55 बैरक हैं और इन नई बैरकों के निर्माण से ओवर क्राउडिंग कम करने में मदद मिलेगी.
अस्पताल का भी हो रहा विस्तार
जेल के अस्पताल वार्ड को भी नए सिरे से बनाया जा रहा है. वर्तमान में यह 10 बेड का है, जिसमें 20-बेड एक्स्ट्रा बढ़ाकर एक बैरक का निर्माण किया जा रहा है. यह नई अस्पताल बैरक आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी, जिससे बंदियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी.
दिसंबर 2025 तक पूरा होगा काम
पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार को वर्क ऑर्डर जारी किया जा चुका है. जेल परिसर के अंदर एक दो मंजिला बैरक और दो ग्राउंड फ्लोर बैरक का निर्माण किया जा रहा है. जेल अधीक्षक ने उम्मीद जताई है कि एक वर्ष की समय सीमा में, दिसंबर 2025 तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
कैदियों के लिए राहत भरा कदम
नई बैरकों और विस्तारित अस्पताल के निर्माण से जेल की ओवर क्राउडिंग की समस्या में सुधार होगा. यह सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का अनुपालन करते हुए कैदियों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है.
FIRST PUBLISHED : December 22, 2024, 16:31 IST