सिर्फ 3 शिक्षकों के भरोसे नेपाल सीमा से लगे इस स्कूल के छात्रों का भविष्य! अधर में 45 स्टूडेंट का भविष्य


हिमांशु जोशी/पिथौरागढ़. पिथौरागढ़ के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है. पूरे जिले के सरकारी स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं. आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों से लोग जिला मुख्यालय संबंधित अधिकारियों को शिक्षकों की तैनाती के ज्ञापन देने पहुंचते हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.

प्रदेश में अब नया सत्र शुरू हो गया है. नए सत्र में शिक्षकों की तैनाती की राह देख रहे ग्रामीणों के हाथ निराशा ही लगी है. कई बार ग्रामीण शिक्षकों की तैनाती के लिए आंदोलन भी कर चुके हैं. शिक्षकों की तैनाती के लिए नेपाल सीमा से लगे पीपली क्षेत्र के लोग जिला मुख्यालय पहुंचे, जिन्होंने बताया कि राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डौड़ा 3 शिक्षकों के सहारे चल रहा है.

अधर में 45 छात्रों का भविष्य
इस विद्यालय में सिर्फ शारीरिक शिक्षा, गणित और हिंदी विषय के ही शिक्षक हैं, जिस कारण यहां बच्चों का भविष्य अंधकार में ही है, ग्रामीणों ने बताया कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डौड़ा में 45 बच्चे वर्तमान में पढ़ रहे हैं, ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय आकर अधिकारियों से जल्द शिक्षकों की तैनाती की मांग की है.

जिले में टीचरों की भारी कमी
गौरतलब है जिले में 400 से ज्यादा स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक तैनात है. जिला शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि शीघ्र रिक्त विषयों में शिक्षकों की तैनाती का प्रयास किया जाएगा, जिसके लिए शासन से लगातार पत्राचार किया जा रहा है.

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