सीतामढ़ी: 40 बच्चों की क्षमता वाले कमरे में बैठते है 120 छात्र, बुनियादी सुविधाओं के अभाव में पढ़ने को मजबूर


भरत चौबे/ सीतामढ़ी: जिले के डुमरा प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बेरबास में शिक्षा के बुनियादी ढांचे की भारी कमी देखने को मिल रही है. इस स्कूल में करीब 1,700 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन उनके बैठने के लिए पर्याप्त कक्षाओं की व्यवस्था नहीं है. एक ही परिसर में मिडिल स्कूल और हाई स्कूल दोनों का संचालन हो रहा है, जिससे विद्यालय की स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है.

कमरों की कमी, एक कक्षा में 100 छात्र
विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज यादव के अनुसार, स्कूल में कुल 16 कमरे हैं, जिनमें एक प्रधानाध्यापक का कार्यालय, एक पुस्तकालय, और एक महिला शिक्षकों के लिए कमरा शामिल है. स्कूल में कुल 23 शिक्षक हैं, जिनके लिए इतने अधिक छात्रों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है. 1 से 8 कक्षा तक के 1,075 छात्र और 9 से 12 कक्षा तक के 600 छात्रों के लिए कुल 40 कमरों की आवश्यकता है, लेकिन फिलहाल हर कक्षा में 100 से अधिक बच्चे बैठते हैं. एक बेंच पर 5-6 बच्चों को बैठाने की स्थिति में पढ़ाई में गंभीर दिक्कतें आ रही हैं.

लंबे समय से सुधार की मांग, केवल आश्वासन
प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल परिसर में पर्याप्त जमीन उपलब्ध है और उन्होंने कई बार शिक्षा विभाग को इस मुद्दे के बारे में पत्र लिखा है. हालांकि, अभी तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. यहां तक कि जब स्कूल की सुविधाओं और शिक्षा के स्तर का आकलन करने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव भी दौरा कर चुके हैं, लेकिन सुधार की दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है.

सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे की कमी
यह मामला सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के दावों के विपरीत बुनियादी ढांचे की कमी को उजागर करता है. सीतामढ़ी के इस स्कूल में कमरों की कमी के कारण छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. राज्य सरकार और शिक्षा विभाग को इस समस्या का समाधान करने के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके.

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