सौ या 200 नहीं पूरे 1000 कंपनियां लाने वाली हैं IPO, बाजार से जुटाएंगी कितना पैसा, आंकड़े देख होश उड़ जाएंगे


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Upcoming IPO : शेयर बाजार ने पिछले साल 2024 में भले ही 335 कंपनियों को आईपीओ लॉन्‍च करते हुए देखा, लेकिन आने वाले 2 साल में इतने आईपीओ लॉन्‍च हो सकते हैं, जितने पिछले 6 साल में भी नहीं उतारे गए. यह अनुमान भारतीय निवेश…और पढ़ें

सौ या 200 नहीं पूरे 1000 कंपनियां लाने वाली हैं IPO, कितना पैसा जुटाएंगी

भारतीय शेयर बाजार में करीब 1000 आईपीओ लॉन्‍च हो सकते हैं.

नई दिल्‍ली. कारोनाकाल के बाद से ही शेयर बाजार में आईपीओ की बाढ़ सी आ गई है. हर साल 100 से ज्‍यादा कंपनियां शेयर बाजार में कदम रख रही हैं और अपना कारोबार बढ़ाने के लिए निवेशकों से धन जुटा रही हैं. लेकिन, आने वाले 2 वित्‍तवर्षों में जो होने वाला है, उसे जानकर निवेशकों के होश उड़ जाएंगे. यह बड़ा मौका होगा, खासकर उन निवेशकों के लिए जो आईपीओ जैसे मौके पर पैसे लगाना ज्‍यादा पसंद करते हैं.

भारतीय निवेश बैंकर संघ (एआईबीआई) ने शुक्रवार को अनुमान लगाया है कि अगले दो वित्तीय वर्षों में कुल 1,000 कंपनियों के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) जारी करने की उम्मीद है. आईपीओ की इस उल्लेखनीय संख्या को आर्थिक वृद्धि, अनुकूल बाजार स्थितियों और नियामक ढांचे में सुधार से प्रेरित बताया जाता है. इसके अलावा, आईपीओ और योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से कुल धनराशि जुटाने की उम्मीद अगले वित्तीय वर्ष (वित्तवर्ष 26) में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है. यह अनुमान निवेश बैंकरों की शीर्ष संस्था ने जताया है.

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6 साल में कितने आईपीओ
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पूंजी बाजार तेजी से बढ़ रहा है. पिछले छह वित्तीय वर्षों में 851 कंपनियों ने अपना आईपीओ उतारा. इसमें 281 मुख्य बोर्ड और 570 एसएमई शामिल थीं, जो अपने आईपीओ जारी किए और कुल मिलाकर 4.58 लाख करोड़ रुपये जुटाए. वित्तीय वर्ष 2024 में आईपीओ के माध्यम से कुल 67,955 करोड़ रुपये जुटाए गए. इसमें मुख्य-बोर्ड के जरिए 61,860 करोड़ रुपये और एसएमई के जरिए 6,095 करोड़ रुपये जुटाए गए. इसके अलावा 61 क्यूआईपी ने लगभग 68,972 करोड़ रुपये जुटाए.

अमेरिका और यूरोप दोनों को पीछे छोड़ा
भारत ने 2024 में एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की, जब उसने आईपीओ वॉल्यूम के मामले में वैश्विक स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त किया. इस दौरान 335 आईपीओ के साथ भारत ने अमेरिका और यूरोप दोनों को पीछे छोड़ दिया और अमेरिका और यूरोप की तुलना में अधिक आईपीओ सूचीबद्ध किए. आईपीओ के माध्यम से फंड जुटाना पिछले दो वित्तीय वर्षों से बढ़ रहा है और 2026 में भी बढ़ता रहेगा. यही कारण है कि आईपीओ और क्यूआईपी के माध्यम से पूंजी निर्माण की कुल राशि अगले वित्तीय वर्ष, यानी FY 26 में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है.

2023 में कितने आईपीओ आए
कंपनियों ने भारतीय शेयर बाजार में 2024 में तो 335 आईपीओ लॉन्‍च किए थे, लेकिन 2023 में कुल मिलाकर 239 मेनबोर्ड और एसएमई ने अपने आईपीओ बाजार में लिस्ट कराए थे. 2023 में लॉन्‍च किए गए कुल आईपीओ की यह संख्‍या साल 2017 के बाद से सबसे ज़्यादा थी. बीच में कोरोनाकाल आ गया, लेकिन बाद में फिर आईपीओ की संख्‍या बढ़ने लगी. साल 2022 में यहां 150 आईपीओ लिस्ट हुए थे.

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