स्क्रिप्ट पर लगाते हैं साल, बॉलीवुड की तरह नहीं बनाते धड़ल्ले से फिल्म! गोविंद ने बताए साउथ की सक्सेस के ये सीक्रेट्स



Govind Namdev on South Film Industry स्क्रिप्ट पर लगाते हैं साल, बॉलीवुड की तरह नहीं बनाते धड़ल्ले से फिल्म! गोविंद ने बताए साउथ की सक्सेस के ये सीक्रेट्स

मुंबई. गोविंद नामदेव (Govind Namdev) ने बॉलीवुड, मराठी और साउथ इंडस्ट्री में बहुत काम किया है. उन्होंने थिएटर में भी काम किया है. न्यूज 18 को दिए एक्सक्लुसिव इंटरव्यू में बताया कि बॉलीवुड की फिल्में क्यों फ्लॉप हो रही हैं? और साउथ की फिल्में क्यों चल रही हैं. गोविंद साउथ इंडस्ट्री के काम करने के तरीकों पर भी बात की. उनका कहना है कि बॉलीवुड में स्क्रिप्ट और कैरेक्टर पर ज्यादा काम नहीं होता है. वह धड़ल्ले से फिल्म बनाते हैं, लेकिन साउथ में ऐसा नहीं है. वहां स्क्रिप्ट और कैरेक्टर्स पर महीनों और सालों काम होता है. उन्होंने ‘पुष्पा’ (Pushpa: The Rise) और ‘कांतारा’ जैसी फिल्मों के उदाहरण भी दिए.

गोविंद नामदेव ने कहा, “मेरा मानना है कि साउथ वाले लोग पहले से ही ऐसे रहे हैं. उनका फिल्ममेकिंग कल्चर पहले से ही मैच्योर है. उनमें अनुशासन बहुत है. उन्हें पता है फिल्ममेकिंग क्या होती है. वह पूरा साल लगाते हैं, जबतक सुनिश्चित नहीं हो जाते, तबतक स्क्रिप्ट को लेकर मेकिंग में लाते ही नहीं. जब वह इससे संतुष्ट हो जाते हैं, तब इस पर काम करना शुरू करते हैं. उनका प्रेजेंटेशन का सेंस जबरदस्त है.”

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गोविंद नामदेव (Govind Namdev) ने आगे कहा, “एक-एक शॉट पर वह विचार करते हैं कि इसे कैसे बनाना है. यह किस तरह से प्रभाव डालेगा. क्या इसमें और मेहनत करनी चाहिए. इसी तरह से वह पूरी फिल्म कंसीव करते हैं. ऐसे ही ‘पुष्पा’ और ‘आरआरआर’ आई हैं. बाहुबली से ही साउथ का क्रेज शुरू हुआ. यह बहुस स्टाइलिश फिल्म थी. वो फिल्मों के दमपर ही करोड़ों रुपए लगाते हैं. उन्हें विश्वास भी होता है कि फिल्म चलेगी. उन्हें पता होता है कि पैसा आएगा.”

“प्रेजेंटेशन के हिसाब से डायरेक्टर करते हैं मेहनत”

गोविंद नामदेव आगे कहा कि इसी हिसाब से फिल्म का प्रेजेंटेशन होता है. उसी हिसाब डायरेक्टर, डायरेक्ट करता है. वो पूरी मेहनत से काम करते हैं. कुल मिलाकर वह फिल्म को बहुत ही इम्पैक्टफुल बनाते हैं कि प्रोड्यूसर भी कन्वेंश हो जाते हैं. इसी वजह से उनकी लगभग हर फिल्म सक्सेफुल होती है.”

सब्जेक्ट प्रेजेंट करने में माहिर है साउथ के फिल्ममेकर्सः गोविंद नामदेव

गोविंद नामदेव ऋषभ शेट्टी (Rishabh Shetty) की ‘कांतारा’ की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, “बहुत ही अच्छी फिल्म है. एक ऐसे सब्जेक्ट सब रिजेक्ट करते हैं. उस सब्जेक्ट को लेकर ऋषभ ने क्या फिल्म बना दी. खुद डायरेक्ट भी की और एक्टिंग भी की. क्या गजब फिल्म बना दी. तो उन्हें मालूम है कि इस तरह से सब्जेक्ट प्रेजेंट करेंगे, तो लोग देखेंगे.”

साउथ में कैरेक्टर पर होता है फोकसः गोविंद नामदेव

गोविंद नामदेव ने कहा, “वहां कैरेक्टर पर फोकस होता है. उसे प्रोजेक्ट किया जाता है. जबकि बॉलीवुड में स्टार को प्रोजेक्ट किया जाता है. ‘कांतारा’ अगर हमारे गांव के लोग देख रहे हैं, शहर के लोग देख रहे हैं, तो उन्हें तो नहीं पता कि वो स्टार है. सलमान खान (Salman Khan) सब जानते हैं. आमिर खान को सब जानते हैं, लेकिन ‘कांतारा’ देखने के बाद लोगों ने ऋषभ शेट्टी के बारे में सर्च करना शुरू किया. जमाना निकल गया है. अच्छे से एक्ट करोगे तो होगा, नहीं तो नहीं होगा.”

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