हीट स्ट्रोक से बचना है तो सत्तू का शरबत पीजिए, ये है मिनरल्स की खदान, यहां रोज बिकता है सवा क्विंटल
समस्तीपुर. सत्तू बिहार का प्रिय भोज है. चाहें तीज त्योहार हों या गर्मी से बचाव करना हो. हर मौसम और मौके पर सत्तू हाजिर है. लिट्टी चोखा हो या लड्डू या फिर शरबत, जैसा मौसम सत्तू वैसे रूप में ढल जाता है. इन दिनों गर्मी और लू से बचने के लिए लोग सत्तू का शरबत पी रहे हैं. ये डिहाइड्रेशन से भी बचाता है.
अगर आप मोहिउद्दीननागर प्रखंड क्षेत्र से हैं और सत्तू के शरबत का स्वाद लेना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. गर्मी के मौसम में, यदि आप किसी ऐसे ड्रिंक की तलाश में हैं जो आपको जल्दी से हाइड्रेट कर दे और सेहत चुस्त दुरुस्त रखे तो सत्तू सेअच्छा कोई विकल्प नहीं है. सत्तू का उपयोग पारंपरिक प्रोटीन शेक के रूप में किया जा सकता है. यह गर्म मौसम में डिहाइड्रेशन से भी राहत दिला सकता है.
खनिजों की खान है सत्तू
बिहार में स्थानीय पेय के रूप में शुरू हुआ सत्तू अब भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोकप्रिय हो रहा है. खासतौर पर गर्मी के मौसम में इसका ठंडा ठंडा शरबत हर किसी को पसंद आता है. हेल्थ शॉट में बताया गया है कि सत्तू में आयरन, सोडियम, फाइबर, मैंगनीज, प्रोटीन और मैग्नीशियम होता है.जब पानी में थोड़ा सा नमक और नींबू मिलाया जाता है, तो यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है.
सत्तू के फायदे
गर्मी के दौरान सत्तू के सेवन के फायदों के बारे में जानें.
– सत्तू की तासीर ठंडी होती है. गर्मी में इसे खाने पीने से लू और डिहाइड्रेशन नहीं होता है.
-सत्तू का शर्बत पीने से पेट और शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है.
यहां मिलेगा टेस्टी सत्तू
स्पष्ट रूप से आपको भी मालूम हो गया होगा कि सत्तू पीने का क्या फायदा है. अगर आप समस्तीपुर जिले के मोहिद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में सत्तू की कोई अच्छी दुकान ढूंढ रहे हैं तो मदूदाबाद चौक पर छापरिया में सत्तू की दुकान पर जरूर जाएं. इस दुकान पर जो सत्तू का शरबत बनता है वह काफी स्वादिष्ट होता है. यहां सत्तू के साथ-साथ पांच अलग-अलग तरह का मसाला मिलाया जाता है. इस दुकान पर रोज 150 से 200 लोग सत्तू पीकर जाते हैं और पैक करवा कर ले जाते हैं.
जानिए क्या कहते हैं दुकानदार
मदूदाबाद चौक पर सत्तू की दुकान चलाने वाले छपरीया पप्पू गुप्ता बताते हैं यह दुकान मैं 20 साल से लगा रहा हूं. आसपास के लोगों को सुध चना के सत्तू का शरबत पिलाता रहता हूं. हमारे यहां सुबह से शाम तक 150 से 200 लोग आते हैं. सत्तू पीने के बाद ग्राहक घर के लिए भी पैक करवा कर ले जाते हैं. प्रति दिन की सेलिंग की बात की जाए तो यहां से एक से सवा क्विंटल तक सत्तू की बिक्री हो जाती है. भाव की बात की जाए तो 130 रुपए किलो और 100 ग्राम 20 रुपए में दिया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 01:25 IST