हैंडलूम पर बना रहीं केले के रेशे की ऐसी चटाइयां; अब देश-विदेश में है डिमांड! जानें इस कला का राज…



HYP 4849521 cropped 13122024 002740 img20241209125254 01 water 2 हैंडलूम पर बना रहीं केले के रेशे की ऐसी चटाइयां; अब देश-विदेश में है डिमांड! जानें इस कला का राज...

बुरहानपुर. मध्य प्रदेश में बच्चा हो बुजुर्ग हो महिला हो पुरुष हो सभी लोगों में कलाकारी देखने को मिलती है. इन लोगों के हाथों की कलाकारी इतनी लोगों को पसंद आने लगी है कि अब वह उन्हें ऑर्डर देकर सामान बनवाते हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बसाड़ गांव में रहने वाली 45 वर्षीय महिला के हाथों की ऐसी कलाकारी है कि अब जिले के साथ देश-विदेश के लोग भी उनके हाथों की कलाकारी के दीवाने हो गए.

महिला केले के रेशे से हैंडलूम पर चटाई बनाने का काम कर रही है और कई प्रकार के प्रोडक्ट भी बना रही है. जिस से महिला को अच्छा रोजगार भी मिल रहा है.

कलाकार महिला ने दी जानकारी
लोकल 18 की टीम ने कलाकार महिला नीता खत्री से बात की तो उन्होंने बताया कि मैं पहले ग्रहणी थी केवल घर का ही काम करती थी, लेकिन जब मुझे स्वयं सहायता समूह के बारे में पता चला तो मैंने कार्यालय से संपर्क किया और यहां पर प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया. इसके बाद मैं 1 साल तक यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त किया अब मुझे चटाई बनाना आ गया है. मैं केले के रेशे से अन्य प्रोडक्ट भी बना कर अच्छी कमाई कर रही हूं. मेरी 300 से ₹400 रोज की कमाई हो जाती है. केले के रेशे से प्रोडक्ट हम करीब आधा दर्जन प्रकार के बनाते हैं और जिले के साथ देश-विदेश के लोग भी इन प्रोडक्टों की डिमांड कर रहे हैं. दिखने में भी खूबसूरत होते हैं और हैंडमेड होने से और भी खूबसूरती बढ़ जाती है.

मशीन से बनने वाले प्रोडक्ट लगते हैं फीके
महिला का कहना है कि जो हमारे हाथ की कलाकारी होती है उसके आगे मशीन से बनने वाले जो प्रोडक्ट होते हैं वह भी फीके नजर आते हैं. हमारे हाथों की कलाकारी अब देश-विदेश के लोग भी पसंद कर रहे हैं. हम 500 से ₹2000 में बना कर देते हैं. हमारे द्वारा टोपी, चटाई, साड़ी, मोबाइल कवर सहित अन्य आइटम बनाए जा रहे हैं.

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