11 एकड़ में इंटर क्रॉपिंग कर…यह किसान कमा रहा बढ़िया मुनाफा, जानिए तकनीक का लाभ
यमुनानगर: भगवानगढ़ के किसान बिक्रमजीत सिंह इंटर क्रॉपिंग कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने ऑस्ट्रिया, इजराइल, जर्मनी से बारीकियां सीखी और अब बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. उनका कहना है कि किसानों के लिए खेती का यह तरीका काफी फायदेमंद है. किसान बिक्रमजीत सिंह ने तीन साल पहले इंटर क्रॉपिंग शुरू की और आज वह उससे बहुत खुश हैं.
किसान ने बताया कि उनके पास 72 एकड़ जमीन है. इनमें से 11 एकड़ में वह अलग-अलग तरह के पौधे लगाए हुए हैं. इनमें अमरूद, लीची, मक्का, मूंग और पपीते के पेड़ हैं, लेकिन इनमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि ये फसलें मिक्स यानी इंटर क्रॉप तरीके से लगाई गई हैं. अमरूद के 600 पेड़ लगाए गए हैं और इनके बीच में लीची और मक्के के पेड़ भी हैं.
क्या होती है इंटर क्रॉपिंग ?
उचित दूरी पर अलग-अलग तरह की फसल के पेड़ लगाने को इंटर क्रॉपिंग कहते हैं, जिससे किसान को काफी मुनाफा भी हो रहा है. इसमें एक ही टुकड़े की जमीन पर एक साथ दो या अधिक फसलें उगाना शामिल होता है. बिक्रमजीत सिंह बताते हैं कि लीची से 5 साल में मुनाफा मिलता है. ऐसे में किसान के लिए 5 साल का इंतजार लंबा होता है, इसलिए उन्होंने मक्का लगाया है, जिसे 4-5 महीने बाद तैयार करके बेचा जा सके.
किसान करें आधुनिक खेती
हॉर्टिकल्चर विभाग अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि इंटर क्रॉपिंग में मुनाफा काफी है. आज के दौर में किसान आधुनिक खेती की तरफ दिलचस्पी ले रहे हैं, इसके लिए विभाग लगातार किसानों के बीच जा रहा है और उनकी आशंकाओं को दूर करके उन्हें आधुनिक खेती की ओर प्रेरित कर रहा है.
सरकार कर रही किसानों को प्रेरित
अधिकारी ने बताया कि हरियाणा सरकार किसानों के लिए न सिर्फ बेहतर योजनाएं लेकर आ रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित भी कर रही है. मनोहर सरकार किसानों को मुनाफे की खेती करने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है, ताकि प्रदेश के अन्नदाता को कड़ी मेहनत का फल मिले. मनोहर सरकार बीते कई सालों से परंपरागत खेती के अलावा आधुनिक खेती पर जोर दे रही है, उसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 07, 2023, 16:52 IST