12th Fail IPS Officer Manoj Sharma Real Life Pandey His Friend Anurag Pathak With Wife Shraddha Joshi Old Pic Goes Viral
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मिलिए, 12th Fail IPS मनोज शर्मा के रियल लाइफ ‘पांडे’ यानी अनुराग पाठक से
आप सभी ने मनोज कुमार शर्मा (Manoj Kumar Sharma) के आईपीएस अधिकारी (IPS officer) बनने के सफर की प्रेरक कहानी तो सुनी ही होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शर्मा की कहानी दुनिया के सामने किसने लाई? शर्मा के करीबी दोस्त अनुराग पाठक (Anurag Pathak) ने, जिन्होंने न केवल उन्हें यूपीएससी परीक्षा (UPSC exams) की तैयारी के दौरान कठिन समय से निपटने में मनोज शर्मा की मदद की, बल्कि अपनी बेस्ट-सेलर किताब के साथ दुनिया को उनकी कहानी गर्व से बताई. अब शर्मा, उनकी पत्नी श्रद्धा जोशी (Shraddha Joshi) और पाठक की एक पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है.
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विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) द्वारा निर्देशित फिल्म ’12वीं फेल’ (12th Fail) में शर्मा के संघर्षों को खूबसूरती से दर्शाया गया है. अनुराग पाठक के उपन्यास पर आधारित, जीवनी नाटक में विक्रांत मैसी (Vikrant Massey) ने मनोज की भूमिका निभाई है और मेधा शंकर (Medha Shankar) उनकी पत्नी श्रद्धा जोशी, एक आईआरएस अधिकारी की भूमिका में हैं.
इस कहानी का एक अभिन्न हिस्सा अनंत वी जोशी (Anant V Joshi) द्वारा निभाया गया किरदार प्रीतम पांडे (Pritam Pandey) है. मनोज की जिंदगी में अहम है प्रीतम की भूमिका; वह मनोज को यूपीएससी की दुनिया से परिचित कराते हैं और उन्हें आईपीएस अधिकारी बनने की राह पर ले जाते हैं. दयालुता का यह कार्य दोस्ती में बदल जाता है जो मनोज को सिविल सेवा परीक्षाओं की चुनौतीपूर्ण यात्रा में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन और समर्थन प्रदान करता है.
अनुराग पाठक और मनोज कुमार शर्मा के बीच वास्तविक जीवन का बंधन फिल्म के सार को दर्शाता है, जो सच्ची दोस्ती की ताकत और प्रभाव को उजागर करता है. उनकी कहानी इस बात का प्रमाण है कि कैसे सच्चा साथ प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरने और सपनों को हासिल करने में मदद कर सकता है.
ग्वालियर के रहने वाले और अब इंदौर में रहने वाले अनुराग पाठक ने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने इस क्षेत्र में एमए और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है और अपनी आकर्षक कहानी कहने के लिए जाने जाते हैं, जैसा कि उनके “ट्वेल्थ फेल” और “व्हाट्सएप पार क्रांति” जैसे कार्यों में देखा गया है. उनकी साहित्यिक प्रतिभा ने न केवल मनोरंजन किया है बल्कि कई लोगों को प्रेरित भी किया है, ठीक उसी तरह जैसे मनोज कुमार शर्मा की कहानी पूरे भारत में महत्वाकांक्षी सिविल सेवकों को प्रेरित करती रहती है.
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